0 काशी से भी बड़ी संख्या में दर्शन पूजन को पहुंच रहें हैं श्रद्धालु
मिर्जापुर।
गडौली धाम के गंगा के तट पर स्थापित हो रहे अलौकिक शिव दरबार बालेश्वर शिव के दर्शन को उमड़ रहे श्रद्धालुओं के कारण धाम का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है।ओ एस बालकुन्दन फाउण्डेशन काशी द्वारा गंगा पर्यटन की श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण पड़ाव के निर्माण की दिशा में की गयी।
महत्वपूर्ण पहल की चर्चा स्थानीय लोगों में कौतूहल बनी हुई है परिणाम स्वरूप इस धाम में प्राण प्रतिष्ठित हुए बालेश्वर शिव के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। गंगा तट पर होने के कारण गंगा स्नान का पुण्य लाभ अर्जित कर शिवार्चन करने का अवसर स्थानीय लोगों के साथ ही काशी से जाकर भक्तगण भक्तिमय वातावरण में ले रहे हैं।
चल रहा एक माह का अखण्ड संकीर्तन
फाउण्डेशन द्वारा धाम में एक माह का अखण्ड संकीर्तन आयोजित किया गया है जो 432 घण्टों से अनवरत चल रहा है जिसका समापन श्रावण शुक्ल पक्ष की पुर्णिमा तिथि को होगा,साथ ही नित्य रुद्राभिषेक, शिवपुराण एवं गंगा आरती का आयोजन भी चल रहा है। काशी के दक्षिण 35 किमी की दुरी पर स्थित ग्रामीण अंचल में स्थापित बालेश्वर शिव के स्वरूप के दर्शनार्थ काशी से भी बड़ी संख्या मे आ रहे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसे दृष्टिगत रखते हुए फाउण्डेशन द्वारा दर्शन पुजन करने के लिए स्वयं सेवको को लगाया गया है।
काशी के विद्वान अर्चकों द्वारा नित्य रुद्राभिषेक एवं अन्य अनुष्ठानों को सम्पन्न कराया जा रहा है। पुरी व्यवस्था की निगरानी फाउण्डेशन के संस्थापक भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा द्वारा स्वयं की जा रही है।
इस धाम में गौरी शंकर की 108 फीट की मुर्ति की स्थापना भी होनी है जो निर्माण की प्रक्रिया में हैं। धाम के ठीक सामने ही गंगा जी की जलधारा से मछुआरों द्वारा धातु की शिव पार्वती की मुर्ति के प्रगटीकरण से धाम की महत्ता बढ़ रही है।