मिर्जापुर।
राष्ट्रीय विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी संचार परिषद नई दिल्ली द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के तीसवें आयोजन का मुख्य विषय सभी के स्वास्थ्य एवम खुशहाली के लिए पारिस्थितिकी तंत्र निर्धारित किया किया गया है।जिसे पांच उप विषयो पारिस्थितिकी तंत्र को जाने, सभी के स्वास्थ्य पोषण एवम खुशहाली को समृद्धि करना, स्वयम सन्तुष्टिके लिए पारिस्थितिकी तंत्र आधारित मार्ग, पारिस्थितिकी तंत्र एवम स्वास्थ्य के लिए सामाजिक एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारिस्थितिकी तंत्र व स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार रखा गया है।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस देश भर के 10 से 17 वर्ष के बच्चों को अपने स्वयं के सपनो को साकार करने के लिए वैज्ञानिक स्वभाव और ज्ञान का उपयोग कर ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करती है।देश भर के बच्चों को राष्ट्र के भविष्य की कल्पना करने के लिए प्रोत्साहित करना और संवेदनशील जिम्मेदार नागरिकों की एक पीढ़ी बनाने में मदद करना है।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने बताया कि इस कार्यक्रम में 10 वर्षसे 14 वर्ष के बच्चे जूनियर वर्ग में व 14 वर्ष से 17 वर्ष तक के कक्षा 6 से 12 तक के बच्चे सम्बंधित मुख्य विषय के पांच उप विषयो में से किसी स्थानीय समस्या पर दो बच्चों का ग्रुप बनाकर किसी सक्षम मार्गदर्शक की देख रेख में अपने प्रोजेक्ट तैयार करता है। फिर जिला, राज्य स्तर, रास्ट्रीय स्तर, किशोर वैज्ञानिक सम्मेलन में प्रतिभगिता करता है। जिला स्तर से 4 प्रोजेक्ट राज्य स्तर के लिए चयनित किये जाते है। यह कार्यक्रम वैज्ञानिक स्वभाव को प्रोत्साहित करना, अवलोकन के लिए वैज्ञानिक पद्धति सीखना, डेटा संग्रह, निष्कर्ष पर पहुचने वाले प्रयोग एवम विश्लेषड करने के तरीक़े विकसित होते है।
इस कार्यक्रम के प्रथम सोपान बाल विज्ञानी एवम गाइड टीचर की कार्यशाला हेतु राज्य समन्यवक डॉक्टर यस के सिंह द्वारा निर्देशित किया गया कि प्रत्येक जनपद से 200 छात्र एवम 40 अध्यापकों का ग्रुप बनाकर कार्यशाला आयोजित होनी है। जिला समन्यवक ने बताया कि जिसकी सूचना प्रत्येक विद्यालयों के प्रधानाचार्य को भेजी गई है कि जल्द से जल्द 20 छात्र एवम दो टीचर का भेजे गए लिंक पर रजिस्ट्रेशन अवश्य कराए जिससे कार्यशाला समय से आयोजित हो सके। जिला स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में,राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस नवम्बर माह के दूसरे सप्ताह में,रास्ट्रीय स्तर 27 दिसंबर से 31 दिसंबर तक एवम 3 जनवरी से 7 जनवरी तक किशोर वैज्ञानिक सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे।