मिर्जापुर।
महेश्वर साधना ललित कला केन्द्र, विन्ध्याचल द्वारा विन्ध्य रत्न स्मृतिशेष पं० महेश्वरपति त्रिपाठी का जन्मोत्सव “परम्परा शास्त्रीय संगीत समारोह” विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी भादो कृष्ण तृतीया तद्नुसार दिनांक 14 अगस्त 2022 रविवार को सायं 7:30 बजे विन्ध्याचल स्थित श्री शिवरात्रि भवन में आयोजित किया गया।
कोलकाता से पधारे संगीत प्रेमी पं० महेश्वरपति त्रिपाठी जी के परम मित्र श्रीमान राजकुमार दीक्षित के द्वारा माँ सरस्वती और पं० महेश्वरपति त्रिपाठी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित कर जन्मोत्सव का शुभारम्भ किया गया। अध्यक्ष पं० ओमप्रकाश मिश्र व सचिव विन्ध्यवासिनी प्रसाद केसरवानी द्वारा अतिथि कलाकारों को अंगवस्त्रम प्रदान कर स्वागत किया गया।
श्री माँ विन्ध्यवासिनी श्रवण वेद पाठशाला के प्रबन्धक श्री अगस्त द्विवेदी के निर्देशन में पाठशाला के 11 बटुकों द्वारा बहुत सुन्दर व शुद्ध उच्चारण के साथ मंगलाचरण कर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आगाज़ किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के क्रम में सर्वप्रथम पं० महेश्वरपति त्रिपाठी के शिष्य मनीष शर्मा ने सरस्वती वन्दना पर भाव नृत्य प्रस्तुत कर गुरु के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पद्म भूषण गिरिजादेवी की शिष्या वर्तमान में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की प्रोफेसर मधुमिता भट्टाचार्या द्वारा राग दुर्गा में गायन का प्रारम्भ किया गया।
तबले पर कुबेर मिश्र, हारमोनियम पर पंकज शर्मा व सारंगी पर अनीष मिश्र द्वारा संगत किया गया। गायन के पश्चात काशी से ही पधारे अलकनन्दा देवी, सितारा देवी व पं० पाण्डेय महाराज के शिष्य माता प्रसाद मिश्र व रविशंकर मिश्र द्वारा कत्थक नृत्य की मनोहर प्रस्तुति कर समारोह को भव्यता प्रदान की गई। जिनके साथ तबले पर उदय मिश्र, हारमोनियम पर संतोष मिश्र व सारंगी पर अनीष मिश्र द्वारा बहुत सुन्दर संगत किया गया। कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन पं० महेश्वरपति त्रिपाठी के पुत्र प्रशिक्षण केन्द्र के प्रबंधक दिनेश्वरपति त्रिपाठी द्वारा किया गया।
समारोह में प्रमुख रूप से अध्यक्ष श्री विन्ध्य पंडा समाज पंकज द्विवेदी, विन्ध्यवासिनी आराधना केंद्र के अध्यक्ष भगवान दत्त पाठक, बेनी माधव जी, कालीशंकर, सुशील पुरी, इरफान कुरैशी, आनंद अमित, रवि द्रिवेदी, विनीत जायसवाल, राजकपूर सिंह, श्यामसुंदर शुक्ल, राजकुमार केशरी सहित सैकड़ों की संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहे।