मिर्जापुर

बच्चो को राष्ट्रीय मिठाई जलेबी या मोतीचूर लड्डू भी नहीं नहीं बांट सका मिर्जापुर के नामी गिरामी स्कूल का विसुन्दरपुर शाखा

0 एक अभिभावक ने स्कूल एडमिन को फोन कर लगाई लताड़, बोला पारले बिस्किट बांटने का मीडिया सहित उच्चाधिकारियों से करेंगे शिकायत
0 बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से हो रहा वायरल, निकल रही स्कूल की किरकिरी 
मिर्जापुर। 
  समूचा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 1 से 8 तक की कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों को उत्सव की तरह 11 से 17 अगस्त तक अलग-अलग व्यंजन परोसने के विभाग के निर्देश हैं और परोसे जा रहे है, तो वही अच्छी शिक्षा और सुख सुविधाओं के लिए मोटी रकम वसूल करने वाले मिर्जापुर शहर के इंग्लिश मीडियम स्कूल की बात ही निराली है। जी हां, हम बात कर रहे है मिर्जापुर शहर के एक नामी-गिरामी स्कूल की, जिसकी शहर के अंदर 3-3 शाखाएं चल रही है। उसी की विसुन्दरपुर स्थित स्कूल की शाखा में 15 अगस्त के अवसर पर राष्ट्रीय मिठाई जलेबी या मोतीचूर लड्डू  बांटने की बजाय बिस्किट बांटकर कोरम पूर्ति किया गया।
     इस बात का खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उक्त शाखा के स्कूल ऐडमिशन और अभिभावक सर्वेश कुमार तिवारी (आकांक्षा के पिता) के बीच संबंधित वार्ता का आडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। स्कूल ऐडमिन से बातचीत के दौरान खीझा हुआ अभिभावक कहता है कि 15 से 20 हजार हर तीसरे महिने फिर लेने वाला स्कूल क्या बच्चो को मिष्ठान के रूप मे एक लड्डू भी नही बाट सकता।
ऐसे नामी गिरामी स्कूल की मै प्रिंट इलेक्ट्रानिक मीडिया ही नही डीएम साहब से भी शिकायत करूंगा। वायरल आडियो मे कहा गया है कि अरबो खरबो का ट्रस्ट है आपके स्कूल का। बात एक पीस मीठे की नही है, बात इतने बडे स्कूल की ऐसी घटिया मैनेजमेंट की है, जो छोटे छोटे बच्चो को पारले बिस्किट बाटा गया। मैडम यदि आपका बच्चा होता तो आपको अच्छा लगता? आप लोगो को नौकरी का डर हो सकता है, मै गार्जियन हू मुझे कोई डर नही। बहुत स्कूल है बच्चो को पढने के लिए। अभिभावक बार बार एडमिन से स्कूल के ओनर का नंबर मागते है, लेकिन उन्हे नंबर नही मिलता। बार बार डाटते है, तो एडमिन द्वारा देवेंद्र सर से बात करने को कहा जाता है।
   
      अब देखना यह है कि आडियो वायरल करने वाले उक्त अभिभावक क्या वास्तव मे इस मामले को उचचाधिकारियो के संज्ञान मे लाते है और या उच्चाधिकारी इसका स्वतः संग्यान लेते है या फिर चुप्प साधे रहते है। बात दीगर है कि बच्चो को पारले बिस्किट कैसे और क्यो बाटा गया। जो भी हो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे शहर के नामी गिरामी एवं तीन तीन शाखा चलाने वाले स्कूल के विसुन्दरपुर शाखा की किरकिरी तो हो ही रही है। इस संबंध मे स्कूल के डायरेक्टर से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल बंद रहा।
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