मिर्जापुर।
अल्पसंख्यक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने संगठन के चेयरमैन विक्रम जैन के नेतृत्व में बिलकिस बानो के हत्यारों के रिहाई के विरोध में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम संबोधित पत्रक सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। कैदियों के इस रिहाई को कांग्रेसियों ने गलत करार देते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया।
इस दौरान अल्पसंख्यक कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विक्रम जैन ने कहाकि दोषियों को एक निश्चित सजा भुगतने के बाद रिहाई की व्यवस्था है, लेकिन इसका राजनीतिक इस्तेमाल करते हुए जघन्य अपराधियों को रिहा नहीं करना चाहिए। यह भूलने वाला मामला नहीं है। इस मामले में 14 लोगों की हत्या बिलकिस बानो का सामूहिक बलात्कार और एक अजन्मे बच्चे की हत्या भी शामिल है।
इस मामले में न्याय तभी हुआ जब इस मामले की सुनवाई गुजरात में न होकर मुंबई में हुई। उन्होंने कहा कि कैदियों की रिहाई के उपरांत माला पहनाकर उनका स्वागत करना, यह भी साबित करता है कि दोषियों व उनके संगठनों को इस जघन्य अपराध के प्रति अपराध बोध नहीं है, जबकि दोषियों को अच्छे व्यवहार के आधार पर राज्य सरकार छोड़ने का दावा कर रही है, यह नारी का अपमान व न्याय के प्रति विश्वास उठाने वाली घटना है।
उन्होने कहाकि हम कांग्रेस जन घोर निंदा करते हैं अतः हम सभी कांग्रेश जनों द्वारा यह मांग किया जाता है कि दोषियों के विरुद्ध पुनः कार्यवाही करते हुए उनकी सजा को बरकरार रखा जाए, अन्यथा हम लोग उग्र रूप आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। पत्रक देने वालों में मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग के शहर अध्यक्ष विक्रम जैन, सचिव रोशन अली अंसारी, कल्लू शाह, मोहम्मद अजीज, फिरोज अहमद, चालू खान, मोहम्मद अफजल, नसीम सिद्दीकी, आशीष सिंह, रविंद्र पाल सिंह, रतन सिंह, संदीप घई, अल्ताफ अहमद इत्यादि उपस्थित रहे।