मिर्जापुर।
जनपद के सभी 263 स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर सुपोषण स्वास्थ्य मेला आयोजित हुआ। यह मेला बाल विकास परियोजना विभाग की ओर से लगाया गया। यह जानकारी बाल विकास परियोजना अधिकारी वाणी वर्मा ने दी। बाल विकास परियोजना अधिकारी ने बताया कि पोषण अभियान के तहत विविध आयोजन होते रहते हैं।
इसी क्रम में सुपोषण स्वास्थ्य मेला आयोजित किया गया। इसके लिए चिकित्सा विभागए पंचायती राज विभागए ग्राम्य विकास विभाग समेत अन्य से मदद ली गई। मेले के दौरान बाल विकास विभाग की ओर से स्टाल लगाई गई। स्टाल पर आने वाले लोगों को विभाग की सरकारी योजनाओंए गतिविधि और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी गई।
मेले के दौरान गर्भवती महिलाओंए किशोरियों और कुपोषित बच्चों को आयरन और कैल्सियम आदि वितरित की गई। मेले में 6 वर्ष आयु तक के बच्चों के कुपोषण की रोकथामए बौनापन व एनीमिया की स्थिति में सुधारए 15 से 49 वर्ष के मध्य किशोरियों एवं महिलाओं में एनीमिया की व्यापकता में कमी के बारे में जानकारी दी गयी। जन्म के समय कम वजन की स्थिति में 2 से 3 प्रतिशत की प्रति वर्ष कमी लाने के लिए भी जागरूक किया गया।
बाल विकास परियोजना अधिकारी ने बताया कि गर्भवती महिलाएं जो अपनी तीसरी और चौथी एएनसी जांच नहीं करवा पाती थीं वह गांव के ही केंद्र में अपनी जांच करवा पा रही हैं। स्वास्थ्य मेले का उद्देश्य कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों और उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर हर माह की 9 तारीख को आयोजित होने वाले मातृत्व दिवस पर रेफर करना होता है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मेले में गर्भवती महिलाओं की जांच कर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का चिन्हीकरण किया जाता है और सभी को एचआरपी दिवस पर एक साथ ले जाना आसान हो जाता है। ऐसे कार्यकर्ता लाभार्थियों और समुदाय में बड़े पैमाने पर व्यवहार परिवर्तन व उन्हें प्रोत्साहित करने पर बल दिया गया है। इस कार्य को जन आन्दोलन के रूप में दिया जाना है।