मिर्जापुर।
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लोगो के इस विचार कि ‘मगहर मे मृत्यु होने पर व्यक्ति नर्कगामी होता है’ को तोडने के लिए निराकार ब्रह्म के उपासक संत कबीर ने जिस मगहर मे अपना शरीर छोड़ा। उस संत कबीर नगर जनपद मे दो साल पांच दिन तक सेवा देने के बाद जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने सोमवार को मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने के उपरांत मिर्जापुर जिलाधिकारी का कार्यभार ग्रहण किया। बतौर डीएम पहली बार संतकबीरनगर मे दूसरी बार मिर्जापुर मे तैनात हुई है।
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पूर्व मे बरेली विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और इसके पूर्व वह मेरठ, गोंडा और सीतापुर में विभिन्न पदों पर सेवा दे चुकी हैं। प्रदेश सरकार द्वारा स्थानांतरण उपरान्त ‘गुरू क्षेत्र’ संतकबीरनगर से ‘मां विन्ध्यवासिनी क्षेत्र’ मे मातृशक्ति आईएएस दिव्या मित्तल तब पहुची है, जब मां विन्ध्यवासिनी के शारदीय नवरात्रि का मेला सन्निकट है।
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आईएएस दिव्या हरियाणा की रेवाड़ी की रहने वाली है। इनका जन्म दिल्ली में हुआ है। दिल्ली में ही प्रारंभिक पढ़ाई हुई। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट करने के बाद दिल्ली ही बीटेक किया और फिर आईआईएम बंगलूरू से एमबीए की डिग्री हासिल किया। शादी के बाद उनकी और पति गगनदीप की लंदन में अच्छे पैकेज पर नौकरी लग गई । दूसरे देश में दोनों का ही ज्यादा दिन मन नहीं लगा। दोनों इस्तीफा देकर लंदन से अपने देश लौट आए। इसी के साथ आईएएस की तैयारी शुरू की। 2012 में उनका चयन आईपीएस में हो गया और गुजरात कैडर मिला। आईपीएस की ट्रेनिंग करते हुए 2013 में उन्होंने आईएएस परीक्षा दी और चयनित हुई।
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दिव्या का मानना है कि पढ़ने-लिखने के बाद सिर्फ पैसा कमाना उद्देश्य न होकर समाज और देश के लिए कुछ करने का भी होना चाहिए। स्टूडेंट अगर बड़े सपने देखें और उसी के हिसाब से मेहनत करें तो कुछ भी असंभव नहीं हो सकता। मन में ठान लिया जाए तो कोई बाधा रोड़ा नहीं बन सकती। दिल्ली जैसे शहर में परवरिश के बाद भी उनका सपना था कि देश के ग्रामीण इलाकों में जाकर कुछ अलग हटकर करूं। वही करने की कोशिश करते हुए वह सेवा कार्य में जुटी है। उनकी मुराद पूरी हुई और अब उन्हे मिर्जापुर जिले के जिलाधिकारी के रूप में सेवा करने का अवसर मिला है।
मां मेरे ऊपर कृपा बनाए रखे, मुझे हमेशा सही रास्ते पर चलाएं: डीएम
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मां विन्ध्यवासिनी के दर्शनोपरान्त नवागत डीएम दिव्या मित्तल ने कहाकि अपने आप को खुद किस्मत समझ रही हू कि माता के चरणो मे पदभार ग्रहण करने और जनपद का सेवा करने का अवसर मिला है। मा विन्ध्यवासिनी से आशीर्वाद मांगती हू कि मां मेरे ऊपर कृपा बनाए रखे, मुझे हमेशा सही रास्ते पर चलाएं। जनपद के लिए पूरा प्रयास होगा कि जो भी समस्याए हो उसका निदान और जो भी सुधार मेरे स्तर से संभव है विशेष ध्यान दिया जाएगा। लग्न और तत्परता के साथ काम किया जाएगा।
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अपराह्न करीब 3 बजे अष्टभुजा डाकबंगला से माँ के दर्शन को पहुँची जिलाधिकारी ने माँ के चरणों मे शीश झुकाकर श्रद्धापूर्वक नमन किया। दर्शन के पश्चात मन्दिर से उतारकर एक अनौपचारिक वार्ता के दौरान पत्रकारों से कहा कि मैं स्वयं को सौभाग्यशाली मान रही हू कि मुझे इस पावन दरबार मे पदभार का सुअवसर प्राप्त हुआ। मैं माँ से यही कामना करती हूँ कि सही दिशा में जनपद वासियों की सेवा करने का आशीर्वाद माँ विन्ध्यवासिनी प्रदान करें। इस जनपद वासियों पर माँ की कृपा विद्यमान रहे।
मा के दरबार मे ही अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला एवंं नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह ने मा विन्ध्यवासिनी का चित्र भेेेेेंटकर नवागत डीएम का स्वागत किया।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला, एसपी सिटी श्रीकान्त प्रजापति, नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह, सिओ सिटी प्रभात राय आदि रहे। नवागत डीएम को दर्शन पूजन राज मिश्र ने विधि विधान से कराया।
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अच्छे काम के नतीजन मिली मिर्जापुर की कमान
दिव्या मित्तल नारी सशक्तिकरण का एक बड़ा उदाहरण हैं। वह दो वर्ष संत कबीर नगर की जिलाधिकारी रही। वहां उन्होंने बेहतर कार्य किया, जिसका उनको इनाम मिला। मसलन मिर्जापुर के हिसाब से कहे तो अच्छे काम का नतीजा रहा कि उन्हे मिर्जापुर जिले की कमान सौपी गयी है।