0 जिले में कुल 57 निक्षय मित्र है मौजूद
0 वर्ष 2025 तक देश और जनपद को टीबी मुक्त
बनाने एक वर्ष के लिए टीबी रोगी को गोद ले
मीरजापुर।
टीबी मुक्त अभियान के तहत टीबी रोमियो को गोद लेने वाले निक्षय मित्रों को राज्यपाल सम्मानित करेगी। यह जानकारी सीएमओ डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने दी। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि यदि आप निक्षय मित्र है, यानि आपने जिले के किसी भी टीबी मरीज को पौष्टिक भोजन देने का संकल्प लिया है, तो आपके इस पुनीत कार्य के लिए प्रदेश की राज्यपाल आपको सम्मानित करेंगी।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर यू0एन0 सिंह ने बताया कि राज्य क्षय अधिकारी ने जिले के सर्वश्रेष्ठ निक्षय मित्रों की सूची मांगी है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति टीबी रोग के खिलाफ शुरू किया गया राष्ट्रव्यापी जंग में अपना योगदान दे सकता है। ऐसे व्यक्तियों और संस्थाओं को प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन सम्मानित भी करेगी। इस अभियान के तहत सीएमओ व डीटीओ भी निक्षय मित्र बन गये हैं। सीएमओ ने भी खुद निक्षय मित्र बनकर टीबी अभियान को मजबूती प्रदान बनाने की अपील की है।
जाने, क्या है निक्षय मित्र योजना?
जिला कार्यक्रम समन्वयक सन्ध्या गुप्ता ने बताया कि निक्षय मित्र योजना टीबी से पीड़ित लोगों को गोद लेने की योजना है। इस योजना के तहत कोई भी स्वयंसेवी संस्था, संगठन, राजनैतिक दल या कोई भी व्यक्ति टीबी मरीज को गोद ले सकेगा। इस अभियान के तहत निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था को कम से कम एक वर्ष के लिए अधिक से अधिक किसी भी विकास खण्ड, वार्ड या टीबी रोगी को गोद लेकर उन्हें भोजन, पोषण आदि जरूरी आवश्यकता की चाजों को उपलब्ध कराना होता है।
यह है निक्षय मित्र योजना का उद्देश्य
क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के समन्वयक सतीश यादव ने बताया कि इस अभियान को जन आन्दोलन बनाकर आमजन को बताना होगा कि इस बीमारी की रोकथाम संभव है। इसका इलाज आसान व जिले के सभी केन्द्रों पर निशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है लोगों को यह भी बताना होगा कि टीबी के कीटाणु हर व्यक्ति के शरीर में मौजूद होते हैं, लेकिन जब व्यक्ति का रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। तो व्यक्ति में यह रोग दिखता है। इलाज से इस बीमारी से आसानी से छुटकारा मिल सकता है। ये सभी जिले के समस्त व्यक्तियों तक पहुंचने के बाद ही टीबी से प्रभावित लोग इलाज की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।