मीरजापुर।
उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन में जनपद न्यायाधीश /अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल पाल के आदेशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मीरजापुर के तत्वावधान में जिला कारागार में निरुद्ध बन्दियों का एड्स जांच एवं उसके बचाव के विषय पर जागरूकता शिविर कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ पूर्ण कालिक सचिव श्रीमती प्रज्ञा सिंह ने किया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पूर्ण कालिक सचिव श्रीमती प्रज्ञा सिंह ने उपस्थित बन्दियों को बताया कि एड्स एक गम्भीर और जानलेवा बीमारी है। लोगो में जानकारी के अभाव में एड्स की बीमारी काफी तेजी से फैल रही है, बीमारी के बारे में सभी को जागरूक होना आवश्यक है। मनुष्य के शरीर में प्रतिरक्षण प्रणाली सशक्त होना चाहिये यदि शरीर की प्रतिरक्षण प्रणाली कमजोर पड़ जाती है, तो यह बीमारी शरीर में प्रवेश कर जाती है और शरीर को काफी कमजोर कर देती है, जिससे मृत्यु हो सकती है।
एड्स की बीमारी ज्यादातर ब्लड से ब्लड मिलने से अथवा सैक्स से उत्पन्न होता है। इसके बचाव के लिए सर्वप्रथम हमे पैक नीडल का इस्तेमाल करना चाहिए खुले हुए नीडिल का इस्तेमाल कभी भी नहीं करना चाहिए। सैक्स में कन्डोम का प्रयोग करना चाहिए और स्वच्छता का विशेष ध्यान देना चाहिए।
उन्होने यह भी बताया कि प्रत्येक मनुष्य को स्वच्छता से रहना चाहिए। स्वच्छ पेयजल स्वच्छ वातावरण में प्रवास करना चाहिए। आस-पास स्वच्छता रहने पर किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं होती है इसके प्रति हम सभी को जागरूक होना चाहिए।
इस अवसर पर बन्दियों को संकल्प दिलाये कि खुद स्वच्छ रहेगें और बैरक में अन्य बन्दियों को स्वच्छता हेतु प्रोत्साहित करेंगे। शिविर में कुल 169 बन्दियों का एड्स (HIV) जांच जिला कारागार में उ०प्र० राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी द्वारा कराया गया है।
विशेषज्ञ डाक्टर धर्मेन्द्र कुमार यादव, जांच टीम रामजीत सिंह ने एड्स बीमारी के बारे में विस्तार पूर्वक बन्दियों कैसे होती है और उसके बचाव कैसे किया जाता है के बारे में विस्तार जानकारियों दी गई। जागरूकता शिविर में डिप्टी जेलर सुबाष चन्द यादव, दीपक कुमार श्रीवास्तव, पीएलवी जे०पी० सरोज वं जिला कारागार समस्त स्टाफ उपस्थित होकर सहयोग प्रदान किए।