मिर्जापुर।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को विंध्याचल के महुआरी में देवरहा हंसबाबा आश्रम में पवनसुत हनुमान जी का विधि-विधान से दर्शन पूजन किया। काशी के पुरोहित श्रीकांत एवं विंध्याचल के पुरोहित राजन मिश्र के साथ अन्य पांच पुरोहितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अनुष्ठान को संपन्न कराया। इस दौरान मोहन भागवत ने देशी घी से बने 60 हजार लड्डुओं का भोग लगाकर राष्ट्र कल्याण की कामना की।
आरएसएस प्रमुख वाराणसी से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 10:30 बजे देवरहा हंसबाबा आश्रम पहुंचे। इससे पहले जिले की सीमा चील्ह थाना क्षेत्र के टेढ़वां पुलिस चौकी के पास अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। आश्रम में पुरोहितों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सुबह 10:45 से दोपहर 12:00 बजे तक उन्होंने विधि विधान से पूजा की। इसके बाद आश्रम के भोजन कक्ष में पहुंचे। आश्रम के प्रबंधक राकेश सक्सेना ने बताया कि लड्डू का प्रसाद आश्रम की तरफ से तैयार कराया गया था। भागवत ने देश के कल्याण एवं देश के विरोधियों को परास्त करने के लिए हनुमान से कामना की। यहां से भागवत शाम चार बजे के करीब मां विंध्यवासिनी के दरबार पहुंचे। गर्भगृह में विधि विधान से दर्शन पूजन किया। मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा से विंध्य कॉरिडोर के संबंध में जानकारी ली। इसके बाद बाद प्रयागराज के लिए रवाना हो गए।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत प्रयागराज के 11 दिनी प्रवास पर बुधवार को पहुंच गए। यमुनापार के गौहनिया स्थित जयपुरिया स्कूल परिसर में उनकी गाड़ियों का काफिला शाम 6:10 बजे पहुंचा। संघ प्रमुख 16 से 19 अक्तूबर तक होने वाली अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में शामिल होंगे। इसमें देशभर के 45 प्रांतों के 378 पदाधिकारी जुट रहे हैं।
20 अक्तूबर को सभी प्रांत प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक और अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक होगी। 21 को सभी क्षेत्र प्रचारकों के साथ विभिन्न मुद्दों पर विमर्श करेंगे और 22 अक्तूबर की सुबह अखिल भारतीय अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद प्रयागराज से विदा होंगे। 22 अक्तूबर तक उनका इसी स्कूल परिसर में प्रवास का कार्यक्रम है। डॉ. मोहन भागवत बुधवार को मीरजापुर में विभिन्न कार्यक्रमों में व्यस्त रहे। दोपहर बाद लगभग 4:30 बजे प्रयागराज के लिए सड़क मार्ग से रवाना हुए।