मिर्जापुर।
जिले के चुनार कोतवाली अंतर्गत सीखड़ गांव के सामने गंगा स्नान करते समय पत्थर जैसा गंगा में तैरता वस्तु मिलाा है, यह कथित पत्थर जो जल में तैर रहा है, लोगों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ हैैैै। स्थानीय लोगो इसे पास के विष्णु मंदिर में एक बाल्टी में रख कर पूजा अर्चना भी शुरू कर दिया है।
बटाया जाता है कि शुक्रवार को सुबह करीब सात बजे सीखड़ गांव के सामने गंगा नदी में सीखड़ निवासी बचाऊ शर्मा सुबह पिंडदान करने के लिए गंगा घाट पर गए थे और प्रतिदिन की भांति वह गंगा स्नान करने लगे, तभी उनके शरीर से अचानक वह पत्थर टकराया और उसे कोई दूसरी वस्तु समझ कर उसे उठाया और उन्हें शैवाल व काई से लिपटा यह वजनदार समान को देख उसे बाहर निकाला तो वह वस्तु पत्थर जैसा दिखने लगा। जैसे जैसे यह चर्चा लोगों में हो रही थी, तैरता हुआ पत्थर गंगा जी में मिला है। वैसे वैसे उसे देखने वालों की भीड़ बढ़ने लगी।
ग्रामीणों ने उस पत्थर से शैवाल, काई को साफ कर उसका पूजा कर उसे मंदिर में ले जाकर के एक बाल्टी में रख उसका पूजन करने लगे है। कई बार ग्रामीणों ने इसकी परख करने के लिए उस पत्थर को नदी से निकालकर बार_बार पानी में डूबोने का प्रयास किया, लेकिन पत्थर नदी पर तैरता ही नजर आया। गांव वालों द्वारा इसको अलौकिक पत्थर मानकर नदी से निकालकर पास स्थित विष्णु भगवान के मंदिर में लाकर रख दिया गया है। जिसको देखने के लिए क्षेत्र के भारी संख्या में लोग मंदिर पर पहुंच रहे हैं।
तैरने वाले पत्थर की जांच करने के लिए रविवार को वाराणसी से जियोलाजिस्ट की टीम रवाना होगी। टीम इस पत्थर की प्रकृति और इसके व्यवहार का अध्ययन कर तैरने के वजहों की पड़ताल भी करेगी।