0 प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियो के साथ बैठक कर दिये गये निर्देश
0 जनपद मीरजापुर एवं सोनभद्र में आयुष्मान भारत योजनान्तर्गत गोल्डन कार्ड बनाने की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुये बढ़ाने का दिया निर्देश
0 आयुष्मान भारत वेलनेस सेंटरो को किया जाय क्रियाशील -पार्थ सारथी सेन शर्मा
0 प्रमुख सचिव द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चुनार एवं वेलनेस सेंटर का किया गया निरीक्षण
0 सीखड़ विकास खण्ड के अन्तर्गत संचालित नव चेतना केन्द्र में भ्रमण कर वर्मी कम्पोस्ट व अन्य औद्यानिक/कृृषि आधारित नर्सरी का भी किया निरीक्षण
0 कलेक्ट्रेट सभागार में विकास परक अधिकारियों के साथ बैठक कर पूर्व में मंत्रीमंडल समूह के द्वारा निरीक्षणोपरान्त अनुपालन आख्या की भी ली जानकारी
मीरजापुर।
प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ एवं परिवार कल्याण/जनपद के नोडल अधिकारी श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा ने अपने जनपद भ्रमण के दौरान सर्वप्रथम अष्टभुजा निरीक्षण गृह में मण्डल के तीनो जनपदों- मीरजापुर, सोनभद्र व भदोही के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्वास्थ्य योजनाओं एवं जिला अस्पतालों सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं आयुष्मान भारत, वेलनेस सेंटरो के स्थिति के बारे में समीक्षा कर जानकारी की गयी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी भरत लाल सरोज, अपर निदेशक स्वास्थ्य के अलावा तीनोें जनपदो के सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें। समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव द्वारा अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रत्येक सी0एच0सी0/पी0एच0सी0 पर पूर्वान्ह 10 से 12 बजे तक कम से एक चिकित्सक अनिवार्य रूप से बैठना सुनिश्चित करायें। अस्पतालों में आने वाले मरीजों को ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से सम्बन्धित विशेषज्ञ से से वार्ता करते हुये मरीजो को टेली मेडिसिन से जोड़ा जाय।
उन्होने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर जहांॅ आपरेशन थियेटर की सुविधाए उपलब्घ हैं वहांॅ पर सर्जन/अन्य सम्बन्धित चिकित्सक की तैनाती करते हुये आवश्यकतानुसार आपरेशन भी सुनिश्चित कराया जाय। उन्होने कहा कि सभी आयुष्मान भारत वेलनेंस सेंटरो पर सी0एच0ओ0 की तैनाती करते हुये उनकी उपस्थिति प्रत्येक दशा में सुनिश्चित करायी जाय। उन्होने कहा कि जहांॅ पर चिकित्सको की कमी व सी0एच0ओ0 न हो वहांॅ पर संविदा आधारित विज्ञापन निकालकर नियमानुसार नियुक्ति सुनिश्चित करायें। प्रमुख सचिव ने यह भी कहा कि रोगी कल्याण समिति में उपलब्ध धनराशि से जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में अनुमोदन प्राप्त करते हुये यदि कही किसी उपकरण आदि की आवश्यकता हो तो उसको क्रय कर लिया जाय।
आयुष्मान भारत की समीक्षा के दौरान जनपद सोनभद्र की प्रगति संतोषजनक रही परन्तु जनपद भदोही एवं मीरजापुर के धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुये मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया गया कि ग्राम पंचायतों के ग्राम पंचायत सहायको का आई0डी0 पासवर्ड जारी कराते हुये उन्हें योजना के प्रगति लाने हेतु प्रशिक्षित किया जाय तथा प्रतिदिन कम से कम तीन हजार से अधिक गोल्डन कार्ड बनवाना सुनिश्चित किया जाय। उन्होेने यह भी कहा कि आयुष्मान भारत योजना के प्रचार प्रसार हेतु योजना से सम्बद्ध सरकारी एवं निजी अस्पतालों की सूची सार्वजनिक स्थलों सहित सभी पी0एस0सी0 व जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर चस्पा किया जाय। आशाओं के भुगतान की स्थिति के बारे में भी जानकारी लेते हुये समय से भुगतान के निर्देश दिये गये। संचारी रोग व डेंगू रोग एवं दस्तक अभियान की समीक्षा करते हुये सभी मुख्य चिकित्सको अधीक्षकों एवं मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया संचारी रोग अभियान का वृहद प्रचार प्रसार साफ सफाई व घर-घर दस्तक देकर जानकारी देते हुये लोगो को जागरूक किया जाय तथा डेंगू रोग के बचाव व रोकथाम व समुचित इलाज के लिये डेंगू वार्ड में बेडो पर मच्छरदानी व अन्य आवश्यक बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराया जाय।
उन्होने कहा कि डेंगू रोग के इलाज में किसी भी स्तर लापरवाही बर्दाशत नही की जायेगी। सभी पी0एच0सी0 व सी0एच0सी0 पर डेंगू वार्ड बनाया जाय। टी0वी0 मुक्त भारत अभियान के समीक्षा के दौरान तीनो मुख्य चिकित्साधिकारियों से टी0वी0 रोगियों की संख्या, उन्हंे दिये जाने वाले 500 रूपया प्रतिमाह की समय से उपलब्घता एवं टी0वी0 रोगियों के गोद लिये जाने के बारे में विस्तृत समीक्षा की गयी। उन्होने कहा कि अस्पतालों में उपलब्घ सभी मशीने क्रियाशील होनी चाहियें।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चुनार का निरीक्षण प्रमुख सचिव परिवार कल्याण एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने अपने भ्रमण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चुनार पहुंॅचकर अस्पताल में एनेस्थेटिक विशेषज्ञ न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तत्काल यहां पर एनेस्थेटिक (निष्चेतक) की तैनाती करने के निर्देश दिए। साथ ही लैब टेक्निशियन न होने के चलते मरीजों को हो रही परेशाननियों को के दृष्टिगत मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि यहां तत्काल एलटी की तैनाती की जाए। उन्होंने जांच लैब, टेलीमेडिसिन कक्ष, डाट्स रूम आदि का निरीक्षण बारीकि के साथ किया।
चिकित्साधिकारी कक्ष पहुंचकर ओपीडी के बारे में डा. एसके सिंह से जानकारी ली। दंत चिकित्सक डा. वाईएस से मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधा के बारे में जानकारी ली और रजिस्टर देखा। सीएचसी पर स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ कराने के निर्देश दिए ताकि मरीजों को परेशानी न हो। अस्पताल के पिछले हिस्से में संचालित आयुष्मान भारत योजना का कक्ष देख अधीक्षक डा. सुदीप कुमार सिंह को निर्देश दिए कि इसका काउंटर ओपीडी के बगल में बनवाएं और इसका प्रचार प्रसार भी करें। ताकि पात्र मरीजों को योजना का लाभ मिल सके। वार्ड में भर्ती मरीजों के भोजन प्रबंध के लिए प्रमुख सचिव ने सीडीओ से कहा कि ग्राम स्वयं सहायता समूहों की मदद से अस्पताल में मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था कराए। इसके लिए सीएमओ व चिकित्सा अधीक्षक को भी निर्देश दिए। पेयजल की सुविधा के लिए भी सीडीओ मीरजापुर से कहा कि वे इसे अपने स्तर से देख कर निस्तारित कराएं। निरीक्षण के दौरान नायब तहसीलदार अरुण कुमार यादव, जिला क्षय रोग अधिकारी डा. यूएन सिंह, डा. निहारिका दूबे, डा. शिवेंद्र प्रताप, डा. जीमल अनवर आदि उपस्थित रहें।
नवचेतना केन्द्र का किया गया निरीक्षण
प्रमुख सविच चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा द्वारा सीखड़ विकास खण्ड के अन्तर्गत स्थित नवचेतना एफ0पी0ओ0 केन्द्र में भ्रमण कर वहांॅ पर बनाये जा रहें वर्मी कम्पोस्ट एवं तकनीकी माध्यम से कृषि विस्तार एवं उन्नति नवचेतना किसान उत्पादक संगठन द्वारा किये जा रहे कार्यो की जानकारी प्राप्त की गयी। प्रमुख सचिव द्वारा किसानो द्वारा किये जाने वालें कार्यो की सराहना करते हुये माकेर्टिंग आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्मी कम्पोस्ट का यहांॅ से निर्यात किया जा रहा है यह एक अच्छा उदाहरण है। उन्होने कहा कि यहांॅ पर महिलाओं के द्वारा किये जा रहे कार्यो का जहांॅ महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है वहीं पर उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार की सम्भावना है। उन्होने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट बनाये जाने से अब गोबर की उपयोगिता भी बढ़ गयी जहांॅ रास्तो में सड़को पर गोबर इधर उधर बिखरे रहते थे वहीं वर्मी कम्पोस्ट केन्द्र में उपयोग से स्वच्छता को भी बढ़ावा दिया जा रहा हैं। उन्होेने कहा कि सभी एफ0पी0ओ0 के माध्यम से आयुष्मान भारत एवं स्वास्थ्य योजनाओं का भी प्रचार प्रसार कराया जाय। इस अवसर पर उप निदेशक कृषि डाॅ अशोक उपाध्याय, जिला उद्यान अधिकारी मेवा राम, एवं सी0ई0ई0ओ0 नवचेतना मुकेश कुमार पाण्डेय उपस्थित रहें।
आयुष्मान भारत वेलनेस सेंटर मसारी का किया निरीक्षण
प्रमुख सविच चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री पार्थ सारथी सेन शर्मा ने अपने भ्रमण के दौरान सिटी विकास खण्ड अन्तर्गत ग्राम मसारी/गुरूसण्डी में स्थिति आयुष्मान भारत वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया गया। वेलनेस सेंठर में उपस्थित एम0ओ0आई0सी0 व अन्य स्टाफ से ई-संजीवनी के प्रक्रिया व टेली मेडिसिन आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। इस दौरान उपस्थित आशाओं से वार्ता कर उनके द्वारा भरे जाने वाले रजिस्टर का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान आशा रजिस्टर के पूरे कालम न भरे जाने से एम0ओ0आई0सी0 पर नाराजगी व्यक्त करते हुये पूरा कालम भरे जाने हेतु प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया।
कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक कर अधिकारियों को दिया गया आवश्यक दिशा निर्देश
प्रमुख सविच चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने भ्रमण के उपरान्त सांय 04 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में विकास परक अधिकारियों के साथ बैठक कर विगत दिनांक 06.05.2022 को विन्ध्याचल मंडल के नामित प्रभारी मंत्री/कैबिनेट मंत्री श्री भूपेंन्द्र सिंह चैधरी एवं दिनांक 11.06.2022 को प्रभारी मंत्री/कैबिनेट मंत्री श्री राकेश सचान की अध्यक्षता में मंत्रीगण समूह द्वारा जनपद में किये गये भ्रमण कार्यक्रम के दौरान दिये गये निर्देशों का अनुपालन आख्या एवं योजनाओं की अद्यतन प्रगति के बारे में समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान प्रमुख सचिव ने कहा कि भ्रमण के दौरान जो भी निर्देश दिये जाये उसका शत प्रतिशत अनुपालन कराते हुये समय से आख्या उपलब्ध करा दी जाय। उन्होने कहा कि अनुपालन आख्या गुणवत्तापूर्ण ढंग से लिखित रूप से दिया जाय, गुणवत्तापूर्ण अनुपालन न होने एवं गलत रिपोर्टिंग करने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि शासन की प्राथमिकता वाले सभी विकास परक योजनाओं का समय से लक्ष्य की पूर्ति की जाय। यदि कही किसी योजना एवं निर्माण कार्य में बजट की अनुपलब्घतता हो तो जिलाधिकारी के माध्यम से शासन को पत्र भेजवाते हुये मांग कर ली जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, अपर जिलाधिकारी (वि0/रा) शिव प्रताप शुक्ल, नमामि गंगे अमरेन्द्र कुमार, अपर पुलिा अधीक्षक श्रीकान्त प्रजाप्रति, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी भरत लाल सरोज, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 अनय मिश्रा, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी शशिकान्त, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद अंगद गुप्ता सहित सम्बन्धि अधिकारी उपस्थित रहें।