0 अधिशासी अभियन्ता ओबरा बांध प्रखण्ड, यू0पी0पी0सी0एल0 एवं पी0एम0जी0एस0वाई सोनभद्र के अनुपस्थित रहने पर वेतन रोकने व विभागीय कार्यवाही का दिया निर्देश
मीरजापुर।
मण्डलायुक्त योगेश्वर राम मिश्र ने आज आयुक्त कार्यालय सभागार में 50 लाख से अधिक की लागत के निर्माणाधीन अपूर्ण परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा की गयी। बैठक में जिलाधिकारी मीरजापुर दिव्या मित्तल, सोनभद्र चन्द्र विजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी, सोनभद्र, भदोही सहित सभी कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहें। बैठक में बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने पर अधिशासी अभियन्ता ओबरा बांध प्रखण्ड सोनभद्र, अधिशासी अभियन्ता यू0पी0पी0सी0एल0 तथा अधिशासी अभियन्ता पी0एम0जी0एस0वाई0 सोनभद्र का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही विभागीय कार्यवाही का निर्देश संयुक्त विकास आयुक्त सुरेश चन्द्र मिश्र को दिया।
मण्डलायुक्त ने कहा कि ऐसे परियोजना जो पूर्ण है परन्तु विद्युत संयोजन व अन्य छोटी-छोटी कमियो के कारण अपूर्ण दिखाये जा रहे हैं सम्बन्धित अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित करते हुये कमियों को दूर कर हैण्डओवर सुनिश्चित करायें। उन्होने कहा कि जिन परियोजओं में शत प्रतिशत धन अवमुक्त कर दिया गया है ऐसे परियोजनाओं में को युद्ध स्तर पर कार्य कराते हुये पूर्ण कराया जाय अन्यथा सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के विरूद्ध एफ0आई0आर0दर्ज कराते हुये कार्यवाही की जायेगी। शत प्रतिशत धनराशि अवमुक्त वाले परियोजनों की समीक्षा करते हुये राजकीय माडल स्कूल बैरमपुर, महामलपुर की समीक्षा करते हुये मण्डलायुक्त ने कहा कि पूर्व में आश्वासन दिये जाने के बावजूद भी कार्यदायी संस्था द्वारा कोई कार्य नही किया गया जबकि उक्त परियोजना को 10 अगस्त 2022 तक पूर्ण करने का निर्देश दिया गया था। उन्होने कहा कि मुख्य विकास अधिकारी मीरजापुर पत्रावली की समीक्षा कर उत्तरदायित्व निर्धारित कराते हुये सम्बन्धित के विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज कार्यवाही की जाय। इसी प्रकार 50 व्यक्तियो की क्षमता का आश्रय स्थल विन्ध्याचल में शत प्रतिशत धन उपलब्ध होने के बावजूद कार्य पूर्ण नही किया गया हैं जबकि भौतिक प्रगति 96 प्रतिशत हैं। सम्बन्धित कार्यदायी संस्था सी0एण्ड0डी0एस0 के द्वारा बताया गया कि आश्रय स्थल मुख्य भवन पूर्ण है विद्युत संयोजन होते ही भवन हस्तांतरित करा दिया जायेगा।
कार्यदायी संस्था यू0पी0पी0सी0एल0 यूनिट 16 के द्वारा जनपद मीरजापुर के विन्ध्याचल में फाइडिंग एण्ड ट्रैफिक साल्यूशन स्थापना का कार्य पूर्ण करा लिया गया हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुड़पेली एवं रजौली के निर्माण हेतु शत प्रतिश धनराशि व्यय करते हुये कार्य पूर्ण करा लिया गया है विद्युत संयाजन नही हुआ है मण्डलायुक्त द्वारा विद्युत संयोजन तत्काल कराने का निर्देश दिया गया। पैक फेड कार्यदायी संस्था के द्वारा कराये जा रहे कार्य आई0टी0आई0 जमालपुर कालेज को हस्तांतरित बताया गया, भिस्पुरी पहाड़ी पर स्टेडियम पूर्ण बताया गया जिसे मण्डलायुक्त द्वारा एक सप्ताह के अन्दर हस्तांतरण कराने का निर्देश दिया गया।
जनपद भेदाही में कार्यदायी संस्था द्वारा पाली क्लीनिक हेतु धनराशि उपलब्ध होने के बाद भी 95 प्रतिशत भौतिक प्रगति दिखाया गया है। कार्यदायी संस्था द्वारा धीमी प्रगति मण्डलायुक्त द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये कार्य में तेजी लाने एवं ससमय पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार जनपद भदोही में राजकीय निर्माण निगम सोनभद्र के द्वारा जनपद न्यायालय में न्यायिक अधिकारियों के 18 आवासों के शत प्रतिशत धनराशि अवमुक्त होने के बाद भी 80 प्रतिशत ही प्रगति है जबकि गत माह में शून्य प्रतिशत भौतिक प्रगति रही कार्यदायी संस्था द्वारा बताया गया कि पुनरीक्षित आगणन प्रेषित किया गया। जनपद सोनभद्र में राजकीय निर्माण निगम सोनभद्र कार्यदायी संस्था द्वारा कराये जो रहे कार्य प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मुर्तिया भी शत प्रतिशत बजट उपलब्ध होने के बाद भी पूर्ण नही किया गया है गत माह प्र्र्रगति शून्य दिखाया गया है वर्तमान भौतिक प्रगति 95 प्रतिशत दर्शाया गया।
मण्डलायुक्त द्वारा मुख्य विकास अधिकारी सोनभद्र को गुणवत्ता जांॅच के निर्देश दिये गये। बैठक में मल्टीपर्पज सीड स्टोर रजौली, हथेड़ा मीरजापुर तथा जनपद सोनभद्र के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाा दुद्धी जनपद मीरजापुर के पटेहरा कला आई0टी0आई0 भवन तथा जनपद भदोही में ज्ञानपुर, सुरियांवा, चैरी में बैरक तथा विवेचना कक्ष व तहसील औराई में ग्राम जंगला में राजकीय आई0टी0आई0 भवन तथा सोनभद्र के थाना शाहगंज, जुुगैल, चोपन, घोरावल, कर्मा तथा महिला थाना सानेभद्र में हास्टल एवं बैरक निर्माण आदि की समीक्षा की गयी तथा प्राप्त धनराशि के सापेक्ष कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार मण्डलायुक्त द्वारा मानक से कम भौतिक प्रगति वाले परियोजनाओं के भी प्र्रगति की समीक्षा की गयी तथा समय से पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। उनहोने तीनो मुख्य विकास अधिकारियो से कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं की गुणवत्ता की जांच समय-समय पर कराते रहें।