मीरजापुर।
डेंगू बीमारी के इलाज़ में सजगता और सतर्कता हेतु सामुदायिक जागरूकता अभियान का आयोजन प्ले वे स्कूल व लॉयन्स क्लब के संयुक्त तत्वावधान में प्ले वे स्कूल के प्रांगण में किया गया। माँ विन्ध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज मीरजापुर के प्राचार्य डॉ आर. बी. कमल जागरूकता अभियान के मुख्य अतिथि तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मीरजापुर के सचिव डॉ सच्चिदानंद पाठक व अनुभवी चिकित्सक डॉ चन्द्रकेतु विशिष्ट अतिथि रहे।
डॉ आर. बी. कमल ने बताया कि यदि किसी के शरीर का तापमान बढ़ रहा है यानि बुखार हो रहा है तो बिना घबड़ाये सबसे पहले पानी की पट्टी रखकर तापमान को कम करने की कोशिश करे। यदि शरीर में, जोड़ों में दर्द है तो भी भूलकर दर्द निवारक दवाओं का सेवन न करे। बिना अनुभवी चिकित्सक की सलाह के किसी प्रकार का स्व प्रयोग न करें। प्लेटलेट कम होने पर घबड़ाये नहीं, बस तापमान को नियंत्रित करें व 24 घंटे में 4-6 लीटर सामान्य पानी (आरओ का नहीं, कुंवा, हैंडपंप अथवा बहता हुआ पानी) अवश्य पियें। कम से कम 1 लीटर सामान्य पानी अवश्य पियें। सामान्य पानी में मौजूद मिनरल्स स्वयं दवाओं का कार्य करते हैं जबकि आर ओ इन जरूरी मिनरल्स को बाहर निकाल देता है।
डॉ पाठक ने कहा कि सतर्कता ही बचाव है। अपने पैरों में तेल मालिश करें, शरीर के अन्य हिस्सों पर क्रीम लगायें, फूल स्लीव के कपड़े पहनें, चप्पल की जगह जूते मोजे पहन कर शरीर को सुरक्षित रखें। डॉ चन्द्रकेतु ने इंस्टामास्क्युलर इंजेक्शन न लगवाने की सलाह दी। घरों में कहीं भी पानी न जमा हो इसका भी हमको ध्यान रखना चाहिये। यदि पेट में दर्द हो भी तो कोई दर्द निवारक दवा न लें।
आध्यात्मिक लेखक व वरिष्ठ पत्रकार सलिल पाण्डेय ने उपरोक्त सावधानियां बरतने के साथ-साथ मानसिक नियन्त्रण रखने को भी आवश्यक बताया।
कार्यक्रम का संचालन रचित शैलेष व धन्यवाद लॉयन्स क्लब की अध्यक्षा साधना तिवारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में स्कूल के छात्र/छात्राओं के साथ अभिभावक गण, शिक्षिकाएं, प्रिंसिपल जयश्री जैन, लॉयन्स क्लब से संगीता, मीनू मिश्रा, अनिल बरनवाल, राजेश मिश्रा, विन्ध्यवासिनी प्रसाद केसरवानी, विजय दूबे, घनश्याम ओझा, बालाजी, गुड्डू खां इत्यादि उपस्थित रहे।