0 जनपद की लोक कलाओं एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण हेतु नया पहल
0 ‘लोक कला प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान’ की स्थापना से जनपद की लोक कलाओं एवं सांस्कृति विरासत का होगा संरक्षण, युवाओं को मिलेगा रोजगार: अनुप्रिया पटेल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री
मीरजापुर।
मीरजापुर की लोक कलाओं एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण हेतु स्थानीय सांसद एवं केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने पहल की है। केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने जनपद में ‘लोक कला प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान’ (फोक आर्ट्स ट्रेनिंग एंड रिसर्च सेंटर) की स्थापना हेतु केंद्रीय सांस्कृतिक एवं पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी को पत्र लिखा है।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने अपने पत्र में लिखा है कि मीरजापुर की सांस्कृतिक विरासत एवं लोक कला का अपना अनूठा महत्व है। मीरजापुर जनपद कल्चरल हब रहा है। साहित्य व लोक कला से जुड़े बद्रीनारायण चौधरी, पं. रामचंद्र शुक्ला, पांडेय बेचन शर्मा ‘उग्र’ जैसी महान विभूतियों ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जनपद का नाम रौशन किया है। मीरजापुर की लोक कला कजली, बिराह, लवनी, लाचारी, बेलवारिया जैसी लोक कला का अपना महत्व है। जनपद में चार बार आयोजित होने वाले विंध्याचल मेला में मुख्य आकर्षण का केंद्र यहां की प्रसिद्ध लोक कलाएं होती हैं। जनपद में ही विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ विंध्यावासिनी मंदिर स्थित है, जहां देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने कहा है कि कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिए जनपद की प्रसिद्ध लोक गायिका श्रीमती अजीता श्रीवास्तव जी को हालही में पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया। केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने कहा है कि जनपद में ‘लोक कला प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान’ की स्थापना से जनपद की लोक कलाओं एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, लोक कला एवं सांस्कृतिक विरासत से प्रेरित जनपद के युवाओं को रोजगार का मौका भी मिलेगा।