0 वर्ष 19-20 में 211, 20-21 में 456, 21-22 में 486 तथा 22-23 में अब तक 209 कृषक प्राप्त कर चुके प्रशिक्षण: सहायक निदेशक (रेशम)
मिर्जापुर।
शुक्रवार को लौह पुरूष बल्लभ भाई पटेल राजकीय रेशम प्रशिक्षण संस्थान बरकछा में कृषको के चल रहे 5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में अपर जिलाधिकारी अमरेन्द्र वर्मा एवं जिला कमान्डेन्ट होमगार्ड बीके सिंह ने गोण्डा के 30 कृषको को प्रमाण पत्र वितरित किये। अपर जिलाधिकारी ने कृषको से सीधे संवाद कर यह जानने का प्रयास किया कि आप लोगों द्वारा इस 05 दिन के आवासीय प्रशिक्षण में रेशम से सम्बन्धित कितनी जानकारी हुई उनके द्वारा यह भी बताया कि आप लोग अपने गाँव में जाकर अन्य कृषक भाईयो को भी विस्तृत जानकारी दे। जिला कमान्डेन्ट बीके सिंह ने कृषको से वार्ता कर कहा कि इस प्रशिक्षण संस्थान में अब तक मैं कई बार आया हूँ और जब भी आता हूँ कुछ नया देखने को मिलता है। यह प्रशिक्षण संस्थान वास्तविक रूप में सराहनीय कार्य कर रहा है। इस अवसर पर जनपद सोनभद्र/मिर्जापुर के सहायक निदेशक (रेशम) रनवीर सिंह ने विस्तृत जानकारी दी। साथ ही उनके द्वारा रेशम कीट, कोया तितली तथा अण्डा उत्पादन का विस्तृत प्रदर्शन दिखाया गया। श्री सिंह ने बताया गया कि यह प्रशिक्षण संस्थान वर्ष 2011-12 में बना था किन्तु प्रशिक्षण का कार्य अक्टूबर 2019 से प्रारम्भ हुआ है। यह प्रशिक्षण संस्थान राज्य स्तरीय है। इसमें उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद से कृषको को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इसमे कृषको को ठहरने एवं खान पान की निःशुल्क व्यवस्था है तथा यहाँ तक कृषको को लाने एवं ले जाने की भी व्यवस्था विभाग द्वारा की जाती है। प्रशिक्षण संस्थान में शहतूत रेशम, टसर रेशम एवं अरण्डी रेशम की प्रदर्शन इकाई भी स्थापित की गयी है। प्रशिक्षण संस्थान परिसर में अर्जुन पौधो को रोड के दोनो किनारो पर रोपित कर संस्थान को पर्यावरण के अनुकूल सुन्दर बनाया गया है। यहाँ अब तक निम्न विवरण के अनुसार कृषको को प्रशिक्षण दिया गया है। वर्ष 2019-20 में 211 कृषक वर्ष 2020-21 में 456 कृषक वर्ष 2021-22 में 486 कृषक तथा वर्ष 2022-23 में अब तक 209 कृषक प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके है। इस कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्रभारी निसार अहमद सहायक रेशम विकास अधिकारी, प्रशिक्षण देने वाले अधिकारी दयाशंकर सिंह, सहायक निदेशक (रेशम), पीलीभीत, जी०आर शर्मा, रेशम विकास अधिकारी मेरठ एवं श्रीमती अर्चना सहायक रेशम विकास अधिकारी उपस्थित रहें।