मिर्जापुर।
शिक्षा की गुणवत्ता और सामाजिक दायित्वों के निर्वहन से अपनी पहचान बनाकर मिसाल कायम करने में सक्षम डैफोडिल्स पब्लिक स्कूल नारघाट ने लोहिया तालाब के प्रांगण में अपना वार्षिक समारोह शानदार ढंग से मनाया।
कोरोना महामारी के चलते पिछले दो वर्षों में भले ही समारोह नहीं मनाया जा सका था किंतु इस बार आज़ादी के 75 वीं वर्षगांठ पर देशभक्ति के रंग में रंगे कार्यक्रम, संगीत, स्काउट, नृत्य आदि पर आधारित प्रस्तुतियों ने दर्शकों को वाह – वाह करने पर मजबूर तो किया ही साथ ही साथ यह भी साबित कर दिया कि डैफोडिल्स हमेशा एक नई सोच और नई परंपरा के साथ आगे बढ़ता है।
समारोह के मुख्य अतिथी के सम्मान में स्काउट टीम ने म्यूजिकल ट्रूप के साथ मार्च पास्ट किया। मुख्य अतिथि प्रेसीडेंट डा० टी भाटिया, श्रीमती बिंदु सैनी, डाइरेक्टर अमरदीप सिंह एवं अपराजिता सिंह तथा प्रधानाचार्या दरक्क्षा महरुन, बनर्जी मैम व कंचन श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलन किया तथा शहिदों के चित्रों पर माल्यार्पण कर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की।
स्काउट एंड गाइड टीम की शानदार प्रस्तुति ने दर्शकों को आकर्षित किया। गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई । विद्यालय के छात्रों ने गायन वादन व नृत्य के माध्यम से अनूठी छटा बिखेरी। प्रधानाचार्या श्रीमती दरक्क्षा महरुन ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया। शिव नटरंगम नृत्य नाटिका ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। अनेकता में भी एकता हमारे भारत की पहचान है, इसे बच्चों ने विभिन्न प्रदेशों की झलकियों के माध्यम से दर्शाया। मोबाइल फोन के आने से पहले व आने के बाद की दुनिया को बच्चों ने बड़े ही रोचक ढंग से दिखाया। नशा आज की गंभीर समस्या है, जिससे हमें अपने किशोरावस्था वाले बच्चों को मुक्त कराना है। इसी पर आधारित एक नाटिका का मंचन किया गया।
बच्चों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति पर आधारित नृत्य ने सभी को सोचने पर बाध्य कर दिया कि क्यों आज़ाद होने के बाद भी हम धार्मिक व ऊंच-नीच के बेड़ियों में जकड़े हुए हैं। स्वतंत्रता सेनानियों की एक से बढ़कर एक झांकियां सजाई गई, तथा दांडी यात्रा में सभी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
बड़ी सहजता से, कम समय में गणना करने में दक्ष बच्चों ने एबेकस की शानदार प्रस्तुति दी। आत्मरक्षा के लिए बच्चों द्वारा कराटे की प्रस्तुति बड़ी शानदार रही। योग के आसनों और प्राणायाम आदि के माध्यम से यह बताया गया कि आत्मशांति का यही उपाय है। अशांति और हिंसा से निवृत्ति का एकमात्र यही उत्तम मार्ग है। शांति पाठ के पश्चात राष्ट्रगान संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन हेड गर्ल अनमता, वाइस हेड गर्ल जागृति व संविदा सिंह ने किया।
इस अवसर पर स्कूल का विस्तृत प्रांगण अभिभावकों और अभ्यागतों से खचाखच भरा था। उधर पश्चिम के क्षितिज पर भगवान भास्कर अपनी लालिमा फैलाए अस्ताचल की ओर जा रहे थे और इधर विंध्य धाम की पावन धरा पर स्कूल का प्रांगण हजार हज़ार वाट के विद्युत दीपकों और एलईडी के प्रकाश से नहा उठा था। दर्शक आत्म विभोर होकर तालियां बजाते हुए कार्यक्रमों का आनंद उठा रहे थे और अपने बच्चों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए गदगद हो रहे थे। डाइरेक्टर अमरदीप सिंह ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।