राजगढ़ ,मिर्जापुर।
विकास खंड राजगढ़ एवं मड़िहान क्षेत्र के किसानों के लिए जीवन रेखा मानी जाने वाली घाघर मुख्य कैनाल नहर की गोपालपुर राजवाहा मकी घास की कटाई एवं नहर की सफाई लाखों रुपए की लागत से की गई है, लेकिन नहर की सफाई इस कदर हुई है कि यह देखने लायक है। घास की सफाई कर नहर की तलहटी में घास फूस छोड़ दिया गया है, जिससे पानी का प्रवाह नहीं हो पाएगा जिससे जगह-जगह नाहर जाम हो जाएगी तथा टेल तक पानी पहुंचने में अवरोध उत्पन्न होगा। जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ेगा।
एक तो वैसे ही किसान सूखे की मार झेल रहे हैं। दूसरे सफाई के नाम पर विभागीय अधिकारियों ने किसानों के साथ खिलवाड़ कर अपनी जेबें गर्म करने में व्यस्त हैं। विभागीय अधिकारियों की लापरवाही एवं ठेकेदार की मनमानी के चलते किसान अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। जिससे अगर धंधरौल बांध से रवी की सिंचाई के लिए नहर खोली जाएगी, तो नहर की तलहटी में जमा घास फूस जगह-जगह झालो एवं कुलाबों को अवरोध करेगा, जिससे किसानों के खेत में पानी पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।
इसका किसानों को खामियाजा भुगतना पड़ेगा। एक तरफ सरकार किसानों की आय दोगुनी करने एवं उन्हें हर सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। वही विभागीय अधिकारियों की लापरवाही की कहानी खुद नहर बयां कर रही है। नहर की सफाई देख किसान अचंभित हैं और उन्हें अपनी फसल का सूखने की चिंता बनी हुई है।