ड्रमंडगंज, मिर्जापुर।
नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में चार महीने से चिकित्सक की तैनाती नहीं होने से क्षेत्रीय मरीजों को इलाज के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सक के अभाव में मरीज झोलाछाप डॉक्टरों के चंगुल में फंस कर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। चार महीने से अस्पताल में चिकित्सक की कुर्सी खाली पड़े होने से क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्रीय लोगों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से अविलंब चिकित्सक नियुक्त किए जाने की मांग किया है।
नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में दर्जनों गांवों के हजारों लोग दवा इलाज के लिए निर्भर हैं। क्षेत्र के भैसोड़ बलाय पहाड़, लहुरियादह, देवहट, कटरा, महोगढी़, चंद्रगढ़, मुंडेल, दुर्जनीपुर, नदौली, लालापुर, बरबसा गहरवार, गलरा, मड़वा धनावल, नौगवां सहित अन्य दर्जनों गांवों के सैकड़ों मरीज प्रतिदिन नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में इलाज कराने पहुंचते हैं लेकिन चिकित्सक के अभाव में विवश होकर इलाज के लिए झोलाछाप और निजी क्लीनिकों में उपचार कराने के लिए विवस हैं।
जहां झोलाछाप मरीजों की सेहत के साथ खिलवाड़ तो करते ही हैं साथ में मनमाना रुपए भी ऐंठ लेते हैं ड्रमंडगंज थाना बनाए जाने के बाद मेडिकल के लिए पुलिस को 18 किलोमीटर दूर हलिया पीएचसी का चक्कर लगाना पड़ता है जिससे पुलिस का वेशकीमती समय भी मेडिकल बनवाने जाया होता है।क्षेत्रीय लोगों ने जनहित में ध्यान रखते हुए नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ड्रमंडगंज में चिकित्सक तैनात किए जाने के लिए जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया है।