पड़री, मिर्ज़ापुर।
कृषि विभाग द्वारा विकास खंड पहाड़ी के प्रांगण में शनिवार को रबी गोष्ठी का आयोजन किया गया।एडीओ कृषि अशोक श्रीवास्तव ने मृदा स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बिना मृदा परीक्षण के अंधाधुन रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग न किया जाय। कृषकों को सलाह दिया कि रासायनिक खेती के दुष्प्रभावो को देखते हुए जैविक या प्राकृतिक खेती की तकनीक को बढ़ावा दिया जाना चाहिये।
जनपदीय सलाहकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन सुधीर श्रीवास्तव ने खेती में यूरिया के स्थान पर नैनो यूरिया के प्रयोग पर बल देते हुए कृषि को उद्योग के रूप में अपनाने व भरपूर लाभ लेने के लिये कृषकों को कृषक उत्पादक संगठन के गठन व पंजीयन के बारे में विस्तार से चर्चा की। कृषकों को एफपीओ के माध्यम से कृषि उत्पाद की लाभकारी मार्केटिंग हेतु जुड़ने की सलाह दी।
कृषि की समसामयिक जानकारी के साथ संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया।विशिष्ट अथिति ब्लॉक सीखड़ के एडीओ कृषि के के सिंह ने पराली प्रबंधन के बारे में विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने वर्तमान परिवेश में रासायनिक, जैविक और प्राकृतिक खेती के लाभ और हानि की चर्चा करते हुए गोवंश आधारित प्राकृतिक खेती को ही आज के संदर्भ मे प्रासंगिक और अनिवार्य बताया। प्राकृतिक खेती पर विस्तृत जानकारी भी दी। जिसके परिप्रेक्ष्य में उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश के चयनित 49 जनपदों के 144 विकास खंडों में क्लस्टर अप्रोच यानि प्रति क्लस्टर 50 हेक्टेयर पर आधारित कुल 85710 हेक्टेयर क्षेत्रफल में कुल 1714 क्लस्टर में नेशनल मिशन आन नेचुरल फार्मिंग योजनान्तर्गत रसायन एवम पेस्टिसाइड मुक्त प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने हेतु 4 वर्षीय कार्यक्रम वर्ष 2022-23 से 2025-26 तक चलाया जा रहा है।
इसमे जनपद मिर्ज़ापुर के 8 ब्लॉक भी सम्मिलित हैं उसमे सीखड़ ब्लॉक भी है। वहीं एटीएम पंचम ने प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बारे में जानकारी दी। एडीओ पीपी रामबाबू ने सभी को सम्मानित करते हुए आभार व्यक्त किया। मौके पर बुद्धि नारायन यादव, देवेंद्र सिंह, केके सिंह, विशाल पांडेय, महेश सरोज, आलोक सिंह तथा भारी संख्या में महिला कृषक किसान गोष्ठी में उपस्थित रहे। संचालन एडीओ कृषि अशोक श्रीवास्तव ने किया।