0 मंडलीय अस्पताल में स्थापित आक्सीजन प्लांट का भी किया निरीक्षण, क्रियाशील करने का निर्देश
0 कोविड चिकित्सालयों को तत्परता से कियाशील करने के लिय आवश्यक उपकरणों, दवाइयां एवं मानव संसाधन की उपलब्ध करायें सुनिश्चित
0 समस्त सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों सहित कार्यालयों में हेल्पडेस्क की करें स्थापना
0 रैपिड रिस्पांस टीम, निगरानी समिति एवं आर0आर0टी0 टीमों का पुनः करें क्रियाशील
चिकित्साधिकारियों एवं पैरामेंडिकल टीमों को पुनः किया जाए प्रशिक्षित
मीरजापुर।
अनेक देशों में कोविड-19 रोगियों की संख्या में तीव्रवृद्धि को देखते हुये जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने आज अपने अपने कैम्प कार्यालय पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वी0एस0, अपर जिलाधिकारी वि/रा शिव प्रसाद शुक्ल, प्राचार्य मेडिकल कालेज, मुख्य चिकिसाधिकारी एवं स्वास्थ विभाग व सम्बंधित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर कोविड महामारी से बचाव व जागरूकता तथा अस्पतालों में सभी आवश्यक तैयारियों पूर्ण कराने हेतु बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
जिलाधिकारी को मुख्य चिकित्साधिकारी ने मंडलीय चिकित्सालय, महिला अस्पताल, ट््रामा संेटर एवं जनपद के सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्य केन्द्रों सहित जनपद में स्थपित आक्सीजन प्लांट आदि के बोर में विस्त्त जानकारी प्रापत की। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के प्रबन्घन हेतु सभी आवश्यक तैयारियां समयबद्ध तरीके से पूर्ण कर ली जाए ताकि आवश्ययकता पडने पर जन सामान्य को सभी आवश्यक सुविधायें मुहैया कराई जा सके। जिलाधिकारी द्वारा मंडलीय अस्पताल, महिला अस्पताल तथा ट्ा्रमा संेटर तथा ट््रामा सेंटर के सामने सामने नव निर्मित भवन, तथा आवश्यकनुसार बेडों की संख्या, स्वास्थ्य विभाग में मैनपावर की उपलब्धता, की जानकारी प्राप्त की।
उन्होनें कहा कि समस्त सरकारी एवं निजी चिकित्सालयों में फीवर हेल्प डेस्क की स्थापना की व्यवस्था करते हुये क्रियाशील किया जाए। यह भी निर्देशित किया कि जनपद में स्थापित कोविड अस्पतालों को तत्परता से कियाशील किया जाए, इसके लिये अस्पतालों में बेडों की उपलब्धता, आक्सीजन आपूर्ति हेतु पाइप लाइन की स्थिति आदि के बारे पूरी जानकारी कर मुख्य चिकित्साधिकारी दो दिवस के अन्दर उपलब्ध करायें। कहा कि अस्पतालों में में स्थपित सभी वैन्टीलेटर मशीनों को क्रियाशी करें, सभी की जाॅंच की करा लें यदि कोई मशीन मरम्मत योग्य हो तो तत्काल करा लिया जाए।
उन्होनें कहा कि बेडों के पास बिछाये गये आक्सीजन पाइप लाइनों को चेक करा लिया जाए यदि कहीं लीकेज या अन्य कोई गडबडी हो तो मरम्मत सुनिश्चित करा ली जाए। जिलाधिकारी ने प्राचार्य मेडिकल कालेज एवं मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि सभी चिकित्साधिकारियों एवं पैरामेडिकल कार्मिकों को कोविड-19 के प्रबन्धन हेतु पुनः प्रशिशित किया जाए। कहा कि सभी चिकित्सालयों में तत्परता से क्रियाशील करते हुये आवश्यक उपकरण, लाजिस्टिक दवाइयां एवं मानव संसाधन की उपलब्धता, एंटीजेन, आर0टी0पी0.सी0आर0 टेस्टिंग मशीन, आदि की उपलब्धता भी सुनिश्चित करा ली जाए।
जिला पंचायत राज अधिकारी एवं अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित किया गया कि समस्त नगरीय तथा ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 रोग की सर्विलांस हेतु गठित टीमों को क्रियाशील किया जाए। जनपद एवं ब्लाक स्तर भी गठित निगरानी समिति एवं आर0आर0टी0 टीमों का पुनः क्रियाशील कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पडने पर ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व की भांति आशा, आंगनवाडी कार्यकत्रियों तथा ग्रामी निगरानी समिति के सदस्यों की टीम, सघन सर्विलांस टीमों को क्रियाशील कर दी जाए। विदेश यात्रा कर आने वालों के सम्बन्ध में भी जानकारी प्राप्त कर अभिलेखित की जाए।
तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा मडलीय अस्पताल पहुॅच कर 250 यूनिट एवं 300 यूनिट की स्थापित आक्सीजन प्लांट तथा ट््रामा संेटर में बेडों की संख्या तथा वैंटीलेटर आदि का निरीक्षण किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारार बताया गया दो मंडलीय अस्पताल, एक महिला अस्पताल तथा एक विन्ध्याचल सामुदयिक केन्द्र में आक्सील प्लांट स्थपित है।
जिलाधिकारी ने सभी आक्सीजन प्लांट को क्रियाशील करने का निर्देश दिया तथा कहा कि सभी की एक आर पुनः जाॅंच करा ली जाए यदि कहीं मरम्मत के योग्य हो तो तत्काल करा ली जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजेन्द्र प्रसाद, अपर जिलाधिकारी शिव प्रसाद शुक्ल, प्राचार्य मेडिकल कालेज, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल के अलावा अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।