मीरजापुर।
जन्म-मृत्यु डिजिटल पंजीकरण को लेकर सीएमओ ऑफिस के विवेकानंद सभागार में एक बैठक की गई। बैठक में सभी सरकारी-गैर सरकारी हॉस्पिटलों के प्रबंधक एवं संचालक,नगर पालिका के अधिकारियों,यूनिसेफ एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इस बैठक में सभी सरकारी-गैर सरकारी हॉस्पिटलों को जन्म-मृत्यु डिजिटल पंजीकरण को लेकर ब्रीफिंग की गई।
सीएमओ ऑफिस के नोडल अधिकारी ने सभी सरकारी-गैर सरकारी हॉस्पिटलों को 31 दिसंबर तक अपने अधीनस्थ जन्म-मृत्यु का डिजीटली पंजीकरण पोर्टल पर करने का निर्देश दिया है। इसकी समीक्षा सीएमओ कार्यालय से प्रतिदिन की जायेगी।बैठक में सभी संचालकों को पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण करने का डेमो भी कर के दिखाया गया। ऑनलाइन पंजीकरण के सभी हॉस्पिटलों की सीआरसी पोर्टल पर आईडी जेनरेट की गई है।
अभी तक 61 पंजीकृत हॉस्पिटलों में 35 हॉस्पिटलों का आईडी जेनरेट का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। बचे हॉस्पिटलों के भी आईडी जेनरेट किया जा रहा है, जो देर शाम तक पूर्ण कर लिया जायेगा।नोडल अधिकारी ने कहा की जिन हॉस्पिटलों ने अभी तक रजिस्ट्रेशन नही कराया है, वे जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन करवा ले।जिससे उनकी भी आईडी जेनरेट की जा सके।
ईओ अंगद गुप्ता ने कहा है की डिजिटली पंजीकरण होने से आम नागरिकों को सुविधा मिलेगी और डिजिटल प्लेटफार्म को बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही जन्म-मृत्य प्रमाण पत्र जारी करने में भी समय की बचत होगी। इस मौके पर नोडल अधिकारी डॉक्टर ओझा, ईओ अंगद गुप्ता, सीएसआई मनोज सेठ, यूनिसेफ से अखिलेश शर्मा एवं सभी हॉस्पिटल के संचालक और प्रबंधक मौजूद रहे।