मिर्जापुर।
मंगलकारी को विन्ध्यवासिनी महाविद्यालय भरूहना में भारतीय जनता युवा मोर्चा के द्वारा “अटल भाषण प्रतियोगिता” का आयोजन राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देशानुसार भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर 27 दिसम्बर 2022 पर भारतीय जनता युवा मोर्चा “अटल भाषण प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा / प्रतिनिधि राज्यसभा धनेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, जिला महामंत्री भाजपा हरिशंकर सिंह पटेल, एवं विभागाध्यक्ष के.बी.पी.जी. कॉलेज शशांक शेखर दूबे एवं विंध्यवासिनी महाविद्यालय के प्रबंधक नीरज त्रिपाठी जी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजयुमो जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ मिश्र मोंटी जी ने अतिथियों को अंगवस्त्रम एवं बुके देकर स्वागत किया।
भाजयुमो जिलाध्यक्ष सिद्धार्थ मिश्र मोंटी ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती मनाने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा “भाजयुमो अटल डिबेटिंग कल्ब” का आज शुभारम्भ हुआ है जो कि आज एक साथ पूरे विश्व में एक साथ आयोजित किया गया है जिससे जनता से संवाद करने के लिए अटल जी की अविश्वसनीय वाक्य पटुता देश के लिए प्रेरणा रही है, और भाजयुमो अटल डिबेटिंग के माध्यम से उनका सम्मान करने का काम करेगा। इस प्रतियोगिता में 18—35 वर्ष के व्यक्ति भाग लेंगे। उम्मीदवारों का मूल्यांकन कुल 50 अंक के आधार पर किया जायेगा। प्रतिभागी को 03 मिनट विषय पर बोलना होगा। इस डिबेट में कुल प्रतिभागी 271 बच्चे — बच्चियां रही।
वक्ता के क्रम में धनेन्द्र प्रसाद पाण्डेय जी ने मा0 अटल जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी (25 दिसम्बर 1924 – 16 अगस्त 2018) भारत के तीन बार के प्रधानमंत्री थे। वे पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, तथा फिर 1998 में और फिर 19 मार्च 1999 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। वे हिंदी कवि, पत्रकार व एक प्रखर वक्ता थे। वे भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में एक थे, और 1968 से 1973 तक उसके अध्यक्ष भी रहे। उन्होंने लंबे समय तक राष्ट्र धर्म, पाञ्चजन्य (पत्र) और वीर अर्जुन आदि राष्ट्रीय भावना से ओत-प्रोत अनेक पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी किया।
तत्पश्चात् जिला महामंत्री भाजपा हरिशंकर सिंह पटेल जी भारत रत्न स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में बताते हुए कहा कि वह चार दशकों से भारतीय संसद के सदस्य थे, लोकसभा, निचले सदन, 10 बार, और 2 बार राज्यसभा, ऊपरी सदन में चुने गए थे। उन्होंने लखनऊ के लिए संसद सदस्य के रूप में कार्य किया, 2009 तक उत्तर प्रदेश जन स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण सक्रिय राजनीति से सेवानिवृत्त हुए। अपना जीवन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक के रूप में आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर प्रारंभ करने वाले वाजपेयी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री पद के 5 वर्ष बिना किसी समस्या के पूरे किए। एवं विभागाध्यक्ष के.बी.पी.जी. कॉलेज शशांक शेखर दूबे जी एवं विंध्यवासिनी महाविद्यालय के प्रबंधक नीरज त्रिपाठी ने भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवनी पर विस्तार पर चर्चा किया। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री भाजयुमो पुष्पेंद्र द्विवेदी किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से अमरेश केसरी, राघवेन्द्र उपाध्याय, शिवम पाण्डेय, अश्वनी गुप्ता, आकाश गुप्ता, मृत्युंजय गहरवार, नागेश्वर कुमार, राकेश दूबे, जय जायसवाल के साथ सैकड़ों लोग उपस्थित रहे। उक्त जानकारी जिला महामंत्री पुष्पेंद्र दूबे ने दिया।