मिर्जापुर।
बरकछा स्थित राजीव गाँधी दक्षिणी परिसर, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान संकाय में एक दिवसीय “विंध्य क्षेत्र में उन्नत बकरी पालनः एक व्यवसाय” कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार 29 दिसम्बर को किया गया। कार्यशाला का आयोजन उ० प्र० कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा वित्त पोषित परियोजना के अंतर्गत किया गया।
इस कार्यशाला में मिर्ज़ापुर, चंदौली और सोनभद्र से महिलाओं समेत कुल 60 किसानों ने भाग लिया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) यशवंत सिंह, निदेशक, कृषि विज्ञान संस्थान, का.हि.वि.वि., विशिष्ट अतिथि प्रो. (डॉ.) विनोद कुमार मिश्रा, आचार्य प्रभारी, राजीव गाँधी दक्षिणी परिसर, का.हि.वि.वि., बरकछा, एवं संकाय प्रमुख, प्रो. (डॉ.) शाहिद परवेज़ ने पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान संकाय, राजीव गाँधी दक्षिणी परिसर, का.हि.वि.वि., बरकछा ने संस्थापक भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर शुभारंभ किया।
मुख्य अतिथि ने किसानों को बकरी पालन के फायदे एवं बकरी के दूध के महत्व पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि विनोद कुमार मिश्र, ने उन्नत बकरी पालन पर जोर देते हुए इसे व्यवसाय के रूप में अपनाने की बात कही। उन्होने व्यतिगत उन्नति और समृद्धि को भारत देश की आत्म निर्भरता और उन्नति का सूत्रधार बताया। विशिष्ट अतिथि प्रो. (डॉ.) शाहिद परवेज़ ने किसानों से अपने अनुभवों को साझा किया एवं कार्यशाला आयोजन के सदस्यों के प्रति अपना आभार प्रदर्शित किया।
कार्यशाला सचिव डॉ. प्रिय रंजन कुमार ने कार्यशाला आयोजन के उद्देश्यों के बारे में बताया और परियोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यशाला का संचालन डॉ उत्कर्ष कुमार त्रिपाठी ने किया। इस एक दिवसीय कार्यशाला में डॉ. उत्कर्ष कुमार त्रिपाठी, डॉ. महिपाल चौबे, डॉ. जीतेन्द्र कुमार, डॉ. धनंजय कुमार, डॉ. प्रिय रंजन कुमार, डॉ. अंशुमान कुमार ने किसानों को प्रशिक्षित किया।
इस कार्यशाला को सफल बनाने में डॉ. संजय कुमार रवि, डॉ. मनीष कुमार, डॉ. अभिषेक कुमार सिंह, डॉ. अर्चना महापात्रा, डॉ. संदीप कुमार चौधरी, डॉ. बालामुरुगन, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. प्रियंका नरवडे, डॉ. रबिन्द्र मोहन मिश्रा, भावना यादव और धनंजय कुमार प्रजापति की अहम् भूमिका रही। कार्यशाला का समापन डॉ. संजय कुमार रवि के वोट ऑफ थैंक्स के साथ हुआ।