0 जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने ‘‘सड़क सुरक्षा माह’’ का किया शुभारम्भ
0 दुघर्टनाओं को रोकने के लिये ओवर स्पीड पर नियंत्रण करने की आवश्यकता: सांसद राज्यसभा
0 धैय एवं धीरज के साथ वाहन चलाने हेतु लोगो को जागरूकता करने की आवश्यकता -रमाशंकर सिंह पटेल
0 स्वंय के साथ-साथ दूसरों को भी ट्रैफिक नियमों के पालन करने हेतु करे प्रेरित -पं0 रत्नाकर मिश्र
0 मात्र ड्राइविंग लाइसेंस से ही नही कुशल चालक होना जरूरी: मण्डलायुक्त
0 बच्चें हमारे देश के भविष्य इनके सुधरने से सुधरेगा पूरा भारत -जिलाधिकारी
0 पुलिस अधीक्षक द्वारा ट्रैफिक नियमों के बारे में दी गयी विस्तृत जानकारी
मिर्जापुर।
5 जनवरी से 4 फरवरी 2023 तक मनाये जाने वाले सड़क सुरक्षा माह का शुभारम्भ बथुआ स्थित आईटीआई कालेज के सभागार में सांसद राज्यसभा राम सकल, विधान परिषद सदस्य श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह, विधायक सदर रत्नाकर मिश्र, विधायक मड़िहान रमाशंकर सिंह पटेल, मण्डलायुक्त डाॅ मुथुकुमार स्वामी बी, जिलाधिकारी दिव्या मित्तल एवं पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया गया। तदुपरान्त जन प्रतिनधि व अधिकारियों के द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान से सम्बन्धित वाहन रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर सांसद राज्यसभा अरूण सिंह के प्रतिनिधि धंनजय पाण्डेय के अलावा अन्य जन प्रतिनिधि व अधिकारीगण उपस्थित रहें। कार्यक्रम में आईटीआई कालेज के छात्रों के द्वारा अतिथियों का स्वागत गीत के माध्यम से अभिवादन किया गया।
तदुपरान्त सम्भागीय परिवहन अधिकारी संजय कुमार तिवारी, आरटीओ प्रवर्तन राजेश कुमार वर्मा, आरटीओ संतोष कुमार सिंह, विजय प्रकाश सिंह, राजकुमार पीटीओ एवं पुष्पेन्द्र सिंह आरआई के द्वारा सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत व अभिनन्दन किया गया। आरटीओ संजय तिवारी के द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान के उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये सांसद राज्यसभा राम सकल ने कहा कि प्रायः देखा गया है कि अधिकांश होने वाली दुघर्टनाए ओवर स्पीड होने के कारण हो रही है। अतः इस अभियान के तहत अधिक से अधिक लोगो को विशेषकर 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग के युवाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है कि वे निर्धारित स्पीड में वाहन चलाये अधिक ओवर स्पीड चलाने वालो के प्रति कार्यवाही भी की जाए।
उन्होने कहा कि स्कूलों में ग्रामीण क्षेत्रों में भी कैम्प अथवा गोष्ठियों के माध्यम से दो पाहिया वाहनों पर हेलमेट व चार पहिया वाहनों पर सीट बेल्ट लगाने हेतु लोगो को जागरूक करते हुये प्रेरित किया जाय। उन्होने कहा कि स्कूल के बच्चों को ट्रैफिक नियमों के बारे में विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से जानकारी दिया जाय। ताकि वाहनों से होने वाली दुघर्टनाओं व मृत दर कम किया जा सकें।
सदस्य विधान परिषद श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह ने कहा कि ट्रैफिक नियमों की जानकारी के लिये अधिक से अधिक जागरूकता कार्यक्रम पर बल देते हुये कहा कि जीवन सुरक्षा से सम्बन्धित गेाष्ठियों को आयोजित कर लोगो को नियमों बारे में बताया जाय। उन्होने कहा कि दुघर्टना ग्रस्त व्यक्ति को अस्पतालों में पहुंचाना सभी व्यक्ति का कर्तव्य है कही भी दुघर्टना होती है और कोई भी व्यक्ति उधर गुजर रहा हो तो दुघर्टना ग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल पहुॅंचाया ताकि उसके जीवन को बचाया जा सकें। उन्होने कहा कि विभाग द्वारा लाइसेंस जारी करने के पूर्व भली भाति यह जांच अवश्य कर ले कि वह व्यक्ति वाहन चलाने योग्य है अथवा नही।
विधायक मड़िहान रमाशंकर सिंह पटेल ने कहा कि धैर्य एवं धीरज के साथ वाहन चलाने हेतु सभी लोग अपनी जिम्मेदारी मानते हुये दूसरो को भी नियंत्रित स्पीड व ट्रैफिक नियमों के अनुसार वाहन चलाने हेतु प्रेरित करें। उन्होने कहा कि आरटीओ एवं पुलिस विभाग के द्वारा समन्वय स्थापित करते हुये ओवरलोडिंग पर भी प्रभावी नियंत्रण किया जाय ताकि दुघर्टनाओं पर नियंत्रण पाया जा सकें। उन्होने कहा कि ट्रैफिक नियमों का पालन करना हम सभी की जिम्मेदारी है स्वयं भी उसका पालन करते हुये दूसरो को भी जानकारी दें। उन्होने कहा कि विभिन्न माध्यमों से जागरूकता कार्यक्रम ही सबसे बड़ा कार्य है, जब लोगो को भली भाति ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक किया जायेगा तो निश्चित रूप से लोग उसका पालन करेंगे, सड़क सुरक्षा माह का यही उद्देश्य हैं।
विधायक रत्नाकर मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री जी भ्रमण कार्यक्रम में प्रायः यह देखा गया है कि प्रधानमंत्री जी को कुछ ही दूरी तक कार पर चलना होता है परन्तु कार पर बैठते ही उनके द्वारा तुरन्त सीट बेल्ट लगा लिया जाता हैं। उन्होने कहा कि बताये का यह उद्दंेश्य है कि पहले हम सभी जो जिस पद पर आसीन है वे स्वयं भी उसका पालन करे ताकि बच्चें व नागरिक उन्हे देखकर एक प्रेरणा लेते हुये निश्चित रूप से नियमों का पालन करेंगे। उन्होने कहा जीवन बहुमूल्य है हम सुरक्षित, प्रदेश सुरक्षित तो पूरा राष्ट्र सुरक्षित रहेगा। उन्होने कहा कि बताये हुये सभी बिन्दुओं पर यहाॅं उपस्थित छात्र-छात्राए स्वयं भी अमल करते हुये अभिभावको को भी अमल करने हेतु प्रेरित करें।
मण्डलायुक्त डाॅ0 मुथुकुमार स्वामी बी ने कहा कि दुघर्टना होने पर प्रत्येक व्यक्ति का यह मान धर्म है वे उसे नजदीकी अस्पताल पहुंचाये ताकि उसका प्राथमिक उपचार किया जा सकें। उन्होने कहा कि सबसे अधिक एक्सप्रेस वे हमारे उत्तर प्रदेश में है। जिसकी स्पीड क्षमता लगभग 100 किलोमीटर प्रतिघण्टा चलने की है परन्तु कतिपय लोगो के द्वारा काफी ओवर स्पीड में वाहन चलाया जाता है ऐसे लोगो को चिन्हित करते हुेये पेनाल्टी लगाने की आवश्यकता है। उन्होने कहा कि लाइसेस जारी करते समय व्यक्ति का नेत्र परीक्षण, मेडिकल टेस्ट व वाहन चलाने का टेस्ट अवश्य लिया जाय। मण्डलायुक्त ने कहा कि केवल लाइसेंस बनवा लेने से व्यक्ति ड्राइवर नही बन जाता बल्कि वाहन चलाने के लिये कुशल वाहन चालक व अनुभव की भी आवश्यकता हैं। उन्होने कहा कि अभियान के माध्यम से क्लाइड स्पाट, ब्लैक स्पाट तथा अन्य जानकारी लोगो को दिया जाय। गाड़ियों के साथ ही वाहन चालक का भी इंश्योरेंस अनिवार्य किया जाय। मण्डलायुक्त ने कहा कि दुघर्टना से मौत को कैसे रोकना है हम सभी को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता हैं। सड़क सुरक्षा अभियान में शामिल सभी सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुये कार्य करें ताकि अधिक से अधिक लोगो ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक किया जा सकें।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने अपने सम्बोधन में कहा कि स्वंय की सुरक्षा के लिये सीट बेल्ट व हेलमेट का प्रयोग आवश्यक हैं। अपने प्रति स्वंय की जिम्मेदारी समझे ट्रैफिक नियमों का पालन करे तो निश्चित रूप से दुघर्टनाओं से होने वाली मृत्यु दर को रोका जा सकें। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश दुघर्टना होने की तीसरे नम्बर है परन्तु दुघर्टनाओं के मृत्यु दर में प्रथम स्थान पर है जिसका कारण है कि लोगो में ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता नही हैं। उन्होने कहा कि सड़क सुरक्षा माह का मुख्य उद्देश्य इसके प्रति लोगो को जागरूक किया जाना हैं। उन्होने कहा कि बच्चे हमारे देश के भविष्य है इनके सुधरने से पूरा देश सुधरेगा। उन्होने कहा कि यहां पर उपस्थित सभी बच्चे अपने अभिभावको को भी हेलमेट व सीट बेल्ट लगाने हेतु प्रेरित करने के साथ ही स्वंय भी स्कूटी/मोटरसाइकिल लेकर निकलने के पूर्व हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें। उन्होने कहा कि रास्ते में यदि दुघर्टना से कोई व्यक्ति घायल दिखायी पड़ता हैं। तो 108 एवं 112 नम्बर पर डायल कर सूचना दे अथवा दुघर्टना ग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल पहुंचायें। उन्होने कहा कि अस्पताल पहुंॅचाने वाले व्यक्ति पर किसी तरह से पूछताछ व कोई कार्यवाही नही की जायेगी।
पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र ने कहा कि दुघर्टना ग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले, सराहनीय कार्य करने वाले लोगो को प्रत्येक 26 जनवरी के अवसर पर पुलिस लाइन में सम्मानित किया जायेगा। उन्होने कहा कि अस्पताल पहुंॅचाने वाले व्यक्ति से किसी पुलिस कर्मी व अन्य अधिकारी के द्वारा कोई पूछताछ व कार्यवाही नही की जायेगी। पुलिस अधीक्षक द्वारा ट्रैफिक नियमों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुये हेलमेट सीट बेल्ट लगाने, नशे की हालत में वाहन न चलाने, गाड़ियों के पीछे रिफलेक्ट टेप लगाने आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर अपर जिलाधिकारी वि/रा शिव प्रताप शुक्ल, प्राचार्य आईटीआई, जिला कमाण्डेड होमगार्ड बीके सिंह के अलावा मनोज श्रीवास्तव सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।