मिर्जापुर।
जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल पाल के आदेशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में शुक्रवार को स्थानीय राजकीय सम्प्रेक्षण गृह किशोर में कानूनी जानकारी एवं निःशुल्क विधिक सहायता विषय पर जागरूकता शिविर कार्यक्रम अपर जिला जज (एफ.टी.सी.)/सचिव लाल बाबू यादव ने शुभारम्भ किया।
अपर जिला जज (एफ.टी.सी.)/ सचिव लाल बाबू यादव ने उपस्थित किशोरों को बताया कि किशोरों को सुधार गृह में रखने के लिए बालको की देखरेख और संरक्षण अधिनियम 2015 कानून संविधान द्वारा बनाया गया है। अपराध विधिक अज्ञानता के कारण होते है, यदि प्रत्येक किशोरों को कानून का ज्ञान होता तो अपराध न करते, ऐसी स्थिति में हर किशोरों को आपराधिक कानूनों की जानकारी होना अति आवश्यक है और किशोरों को शिक्षित होना भी आवश्यक है।
उन्हे संकल्प लेना है कि अच्छे कार्य अच्छे विचारों से होता है। मन को स्वच्छ रखे व अच्छे विचार करें और उन्होने यह भी बताया कि तम्बाकू, गुटका पान बीड़ी सिगरेट का सेवन करने से बचे उससे हृदयरोग, मधुमेह टीबी, लकवा, दृष्टि विहीनता फेफड़ों के रोग एवं कैंसर नामक बीमारी हो जाती है। तम्बाकू बीडी पान सिगरेट में निकोटिन नामक तत्व की मात्रा ज्यादा होने के कारण इन्सान को नशे का आदी तो बनाता ही है और इन बीमारियों से व्यक्ति की मौत भी हो जाती है। इस नसीहत को अपने परिजनो मित्रों एवं सभी को प्रोत्साहित करें।
अन्त में बताया कि यदि किसी भी किशोर के पास उनके मुकदमें की पैरवी हेतु अधिवक्ता उपलब्ध नहीं है, तो उनके द्वारा सादे कागज पर एक प्रार्थना पत्र अधीक्षक के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रस्तुत करने पर निःशुल्क अधिवक्ता मुकदमे की पैरवी हेतु उपलब्ध कराया जायेगा। वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश कुमार त्रिपाठी ने उपस्थित किशोर संदासियों को बताया कि अपराध से घृणा करों अपराधी से नहीं गलती प्रत्येक इन्सान से होता है गलती को सुधरना इन्सान का काम है।
संरक्षण अधिकारी पंकज शर्मा ने उपस्थित किशोर संवासियों को बताया कि किशोर अवस्था में कई बदलाव होते है, शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक बदलाव योग शिक्षा से प्राप्त किये जाते हैं। सुधार गृह में योग शिक्षक द्वारा प्रतिदिन योगाभ्यास किशोरो को कराया जाता जागरूकता शिविर में दीपक कुमार श्रीवास्तव व पीएलवी जय प्रकाश सरोज, प्रदीप श्रीवास्तव व सम्प्रेक्षण गृह के प्रभारी अधीक्षक प्रदीप कुमार एवं समस्त उपस्थित होकर सहयोग प्रदान किए।