0 ‘विवेकानंद के विचारों का वर्तमान परिवेश में महत्व’ विषयक विचार गोष्ठी
मिर्जापुर।
भारत विकास परिषद काशी प्रदेश उत्तर मध्य क्षेत्र द्वितीय के तत्वाधान में विवेकानंद के विचारों की वर्तमान परिवेश में महत्व पर विचार गोष्ठी सरस्वती विद्या मंदिर शिवाला महंत के सभागार में संपन्न हुआ। भारत माता के चित्र, माँ सरस्वती के चित्र एवं स्वामी विवेकानंद के प्रतिमा पर जिला समन्वयक सुशील सिंह, डॉ गणेश अवस्थी, मनोज श्रीवास्तव, गोवर्धन त्रिपाठी द्वारा माल्यार्पण किया गया। अतिथियों का स्वागत गोवर्धन त्रिपाठी अध्यक्ष मिर्जापुर शाखा ने किया।
गोष्ठी में भारत विकास परिषद के उद्देश्य तथा विवेकानंद के विचारों पर डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सुशील सिंह द्वारा प्रकाश डाला गया। सुशील सिंह ने कहाकि भारत विकास परिषद समाज के प्रबुद्ध संपन्न प्रभावी देशभक्त व्यक्तियों का एक गैर राजनीतिक सामाजिक सांस्कृतिक राष्ट्रीय संगठन जो अपने सदस्यों के माध्यम से समाज के गरीब एवं जरूरतमंदों की सेवा करता है। भारत विकास परिषद संपर्क सहयोग संस्कार समर्पण सूत्रों द्वारा कार्य करता है। राष्ट्रीय समूह गान प्रतियोगिता गुरु वंदन छात्र अभिनंदन भारत को जानो महापुरुषों की जयंती आदि प्रमुख कार्यक्रम है स्वामी विवेकानंद परिषद के लिए आदर्श पुरुष एवं पथ प्रदर्शक है। स्वामी विवेकानंद ने ही नर सेवा नारायण सेवा का मंत्र दिया है।
डॉ गणेश अवस्थी ने कहा कि हमारा भारत प्राचीन समय से ही धनधान्य से पूर्ण तथा विवेकानंद जी ने कहा कि उठो जागो तब तक मत रुको जब तक अपने लक्ष्य की प्राप्त ना हो जाए। विवेकानंद के विचार हर भारतीय को विकास में योगदान के लिए प्रेरित करता है। मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि विवेकानंद के विचार आज भी प्रासंगिक हैं स्वामी विवेकानंद जी ने कहा कि चिंतन करो चिंता नहीं नए विचारों को जन्म दो हम सभी भारत माता के संतान हैं जीवन को सफल बनाने के लिए उद्देश निर्धारित करना होता है जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते विवेकानंद के विचार हम लोगों को प्रेरणा देता है। गोष्ठी का संचालन विष्णु नारायण मालवीय तथा आभार अनिल तिवारी द्वारा किया गया।
अतिथियों का स्वागत अखिलेश सिंह ने किया। इस अवसर पर रोशन लाल, गोपाल कृष्ण, इंजीनियर जवाहर सिंह, अभिनव अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, गोवर्धन त्रिपाठी, निशा अग्रवाल, महिला संयोजिका निधि केसरवानी, नीरज द्विवेदी, सुनील तिवारी, अनिल तिवारी, सुशील सिंह, विद्यालय के शिक्षक छात्र-छात्राएं तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। आगत अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।