खेल खिलाड़ी

वॉलीबॉल में स्टेट, पावर लिफ्टिंग में 110 केजी में नेशनल खेला, अब अभावों में कट रही जिंदगी

0 सहयोग मिले तो कीचड़ में कमल साबित हो सकती है परास्नातक छात्रा
0 क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर ने शुरू की सहयोग की पहल
 मिर्जापुर।
   वॉलीबॉल में स्टेट लेवल पर खेलने, डंडे व पत्थर की चकरी से प्रैक्टिस कर पावर लिफ्टिंग में 110 केज वजन में नेशनल खेलने वाली तहसील चुनार के गांगपुर निवासी परास्नातक की छात्रा अभावों में गुजर करने विवश है। हुनर होते हुए भी खेल के प्रैक्टिस करने का संसाधन तक नहीं है, जबकि इसके अंदर आगे बढ़ने की प्रतिभा है। यदि सहयोग मिले तो निश्चित रूप से कीचड़ में कमल साबित हो सकती है।
     24 वर्षीय रेनुका गौतम पुत्री स्व० राम विलास एवं स्व0 इन्द्रावती देवी कैलहट स्थित राम ललित डिग्री कॉलेज से राजनीति शास्त्र से परास्नातक कर रही है। उसका एक भाई विवेक गौतम (18) एवं अभिषेक गौतम (8) है। रात मे खेत भरते समय ठंड लगने से तीन चार साल पहले पिता की मृत्यु हो गयी।बाद मे मां जीवनाथपुर पारले कंपनी में रोज जाकर मजदूरी करने लगी, जो काम करके वापस आते समय नारायनपुर में आटो एक्सीडेंट में मर गया।  घर में बड़ी है और दो छोटे भाई हैं।
  रेनुका वॉलीबॉल की ऑल राउंडर प्लेयर है और वॉलीबॉल में स्टेट लेवल खेल चुकी है। साथ ही डंडे व पत्थर के चकरी से प्रैक्टिस कर पावर लिफ्टिंग में 110 केजी वजन में नेशनल भी खेल चुकी है। भाई इंटर की पढ़ाई कर रहा है, जो लेबर का काम भी करता है। छोटा भाई छोटी क्लाश में पढ़ता है। इंटर में पढ़ाई संग भाई मजदूरी के पैसे से अपनी पढ़ाई व बहन की पढ़ाई की व्यवस्था करता है। साथ ही यह बच्ची विद्यालय के छुट्टी के दिनों में स्वयं दूसरे के खेतों में सौ डेढ़ सौ रुपए की मजदूरी जाकर करने को मजबूर हैं। छात्रा के पास 5 विश्वा खेत है, जो यह भाई बहन मिलकर स्वयं करते हैं, घर मात्र एक कमरे का है, बगल में टीन सेट लगा हुआ रसोई घर है, जिसमें लकड़ी उपली से खाना बनता है। अंदाजा लगाया  जा सकता है कि वह कितने कठिन परिस्थितियों से गुजर रही है।  हुनर होते हुए भी अपने खेल के प्रैक्टिस करने का संसाधन तक नहीं है, जबकि इसके अंदर आगे बढ़ने की प्रतिभा है। यदि सहयोग मिले तो निश्चित रूप से कीचड़ में कमल साबित हो सकती है।
डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव को इस की जानकारी आसाम से सीआरपीएफ जवान द्वारा मोबाइल पर जानकारी दिया था, जिसके उपरांत सतीश यादव ने स्वयं अपने मित्र विमल कुमार तिवारी को साथ लेते हुए छात्रा के वर्तमान स्थिति परिस्थिति की जानकारी घर जाकर ली गई। साथ ही सतीश यादव द्वारा इस समाज के तमाम अधिकारियों, सम्मानित व्यक्तियों को अवगत कराया गया। सतीश यादव की पहल पर जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा, उपसचिव माध्यमिक शिक्षा बोर्ड वाराणसी साहब सिंह यादव, राजगढ़ सीएचसी के पूर्व प्रभारी डॉ डीके सिंह, संत नगर थाना प्रभारी कमल टावरी, कछवा क्रिश्चियन हॉस्पिटल प्रबंधक श्रीशंकर रामचंद्र के साथ-साथ चुनार के विमल कुमार तिवारी आदि इस बच्ची का तन, मन, धन से मदद करने के लिए आगे आए है।
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