चुनार, मिर्जापुर।
बस चालक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में परिजन व ग्रामीणों ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग करते हुए शव को रखकर घंटों रास्ता जाम किया। काफी देर बाद पहुंचे कोतवाल के समझाने बुझाने पर जाम समाप्त हुआ।
विजय कुमार राजभर (48) पुत्र लालता निवासी जगरनाथ पुर के पास ग्राम कोलना के एक निजी विद्यालय में बस चालक था। रोज की भांति वह सोमवार को भी विद्यालय गया था। शाम को उसने घर फोन कर बताया कि प्रबंधक के परिवार में आज किसी की शादी है हम अपने स्टाफ के लोगों के साथ वाराणसी अखरी बाईपास जा रहे हैं।
बताया जाता है कि रात में मृतक के बेटे छोटू को प्रदीप खलासी ने फोन किया कि तुम्हारे पिता की तबियत खराब है, हम लोग लेकर उन्हें घर आ रहे हैं सूचना पर परिजन भी जाने के लिए निकले ही थे कि गांव से कुछ दूरी पहले ही पिकअप वाहन से लेकर आए लोग मृतक को उतार कर चले गए। परिजन पास के ही निजी चिकित्सालय ले गए जहां चिकित्सक ने उसे मृत बताया। परिजनों ने रात में ही 112 व स्थानीय पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मंगलवार को अल सुबह ही पुलिस मृतक के घर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए ले आई। परिजन कोतवाली पहुंचकर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
कुछ घंटों तक शांत रहने के बाद परिजन व पहुंचे ग्रामीणों ने दोपहर में पोस्टमार्टम हाउस में रखे शव को नगर के लाल दरवाजा ऑटो स्टैंड स्थित चौराहा पर रखकर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थानीय व जमालपुर, अहरौरा, अदलहाट, राजगढ़ थाने की पुलिस पहुंची और हल्का बल प्रयोग कर लोगों को तितर बितर करने का प्रयास किया। लगभग 2.30 घंटे बाद पहुंचे कोतवाल त्रिवेणी लाल सेन ने परिजनों को समझा बुझाकर किसी प्रकार जाम समाप्त कराया और शव को पोस्ट मार्टम हाउस ले जाकर पोस्ट मार्टम कराया और उसे परिजनों को अंतिम संस्कार हेतु सौंप दिया।
मृतक को दो पुत्र गौतम ऊर्फ गोलू व छोटू हैं। घटना के बारे में अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल महेश सिंह अत्रि ने बताया कि मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया है, मामले की जांच के बाद जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी साथ ही जिन लोगों ने कानून व्यवस्था भंग करने की कोशिश किया है उनके भी विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।