मिर्जापुर।
जिले के राजगढ़ थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय करौदा में पढ़ने गए बच्चों ने सोमवार को छुट्टी के बाद घर लौटते समय जेट्रोफा का फल खा लिया। घर पहुंचने पर 21 बच्चों की हालत अचानक बिगड़ गई। परिजनों ने सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
बता दे कि अभी एक सप्ताह पहले ही चुनार में भी जेट्रोफा का सेवन करने से 16 बच्चे बीमार हो गए थे। सोमवार को एक बार फिर राजगढ़ थाना क्षेत्र के करौंदा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्र एक ही परिसर में हैं। जिसमें काफी संख्या में प्रत्येक दिन बच्चे पढ़ने जाते हैं। सोमवार को छुट्टी होने के बाद बच्चों को घर भेज कर अध्यापक विद्यालय से चले गए। जल निगम का कार्य कर रहे कुछ लोग परिसर में ही रहते हैं। इससे विद्यालय का मुख्य गेट खुला रहता है। विद्यालय परिसर में जेट्रोफा का पौधा भी लगाया गया है। जिसमें फल लगे हैं।
बताया जाता है कि अध्यापकों के जाने के बाद आर्य (5), हरिया (3), शिवांगी (4), आंचल (6), करण (7), उत्तरांचल (9), पूर्वांचल (10), संदीप (7), इंदु (10), रंजीत (8), वंदना (9), प्रीति (7), खुशी ( 7 ), रोहित (7), राधा (12), काजल (6), निम्मी ( 7 ), रिया (3), नव्या (5), करन (6), अंशिका (7) ने विद्यालय में घुसकर जेट्रोफा का फल खा लिया। स्कूल बैग में भरकर घर भी ले गए। घर पहुंचने के कुछ देर बाद बच्चों की हालत बिगड़ गई। परिजनों ने उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में भर्ती कराया। जहां सभी बच्चों का इलाज किया जा रहा है। राजगढ़ थानाध्यक्ष राणा प्रताप अस्पताल पहुंचकर जांच पड़ताल में लगे रहे। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. पवन कश्यप ने इलाज कर बताया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं।