धर्म संस्कृति

राम भक्ति की तपस्या स्थली के लिए वैदिक विलेज की होगी स्थापना: डॉ राजीव गुरुजी 

0 दसरथ के चारों पुत्रो व उनकी पत्नि के साथ हनुमानजी मूर्ति को एक साथ लगाने का कार्य कर रही विशाल भारत संस्थान

अहरौरा, मिर्जापुर।

विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं रामपंथ के पंथाचार्य डॉ राजीव गुरुजी ने अहरौरा में राष्ट्रीय परिषद सदस्य डॉ मुकेश श्रीवास्तव के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि अब दुनिया भगवान राम के रास्ते पर चलना चाहती है, इसलिए लोग भारत की ओर आकर रामभक्ति से जुड़ना चाहते है।

रामपंथ आध्यात्मिक ऊर्जा और शांति की स्थापना के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण हेतु वैदिक विलेज की स्थापना करने की योजना पर कार्य कर रहा है। वैदिक विलेज के माध्यम से भारतीय सभ्यता संस्कृति के साथ मंत्र के ज्ञान से विश्व को परिचित कराया जाएगा। इससे अदिवासी और वंचित समाज के लोगो को भी वैदिक शिक्षा से जोड़कर संस्कृति के प्रसार पर कार्य किया जाएगा। वैदिक विलेज में भगवान श्रीराम का मंदिर निर्मित होगा और रामभक्ति धारा में जो तपस्या करना चाहता है, उसे वैदिक विलेज अनुकूल माहौल देगा। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था दसरथ जी के चारो पुत्र व उनकी चारों पत्नी और हनुमान जी के मूर्ति को एक साथ लगाने का कार्य कर रही हैं।

श्रीराम आश्रम के साथ ही देवालय, विद्यालय, भोजनालय एवम औषधालय जैसे चार स्तम्भ बनाया जाएगा। वेद, संस्कृति, संस्कार, मंत्र रामभक्ति का ऐसा संयक्त केंद्र होगा जो पूरी दुनिया को स्थायी शांति का प्रशिक्षण देगा। वैदिक विलेज के निदेशक पंडित दिव्येन्दु मुखर्जी, विशाल भारत संस्थान के निदेशक ओमप्रकाश पांडेय, वरिष्ठ अधिवक्ता त्रिलोकी लाल श्रीवास्तव, डॉ मुकेश श्रीवास्तव, लवकुश चौरसिया, आशू पाण्डेय, प्रदीप केशरी, सोनल श्रीवास्तव, सौरभ आदि वार्ता में मौजूद थे।

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