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सीडीओ ने ट्रेनिंग पार्टनर विद्याम के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने प्रधानाचार्या आई.टी.आई को दिये निर्देश

मिर्जापुर। 

मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस द्वारा   कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। विन्ध्यम स्कील एण्ड टेक्नोलाजी सर्विस प्र0लि0:- कौशन विकास मिशन अन्तर्गत संचालित उक्त सेन्टर का पूर्वान्ह 10ः50 बजे निरीक्षण करने पर मैनेेजर द्वारा बताया गया कि उक्त सेन्टर को कुल-216 का लक्ष्य दिया गया जिसके सापेक्ष मात्र 135 बच्चों का ही बैच बनाया गया है, परन्तु मैके पर कोई भी बच्चें या प्रशिक्षक उपस्थित नहीं थें, के सम्बन्ध में पृच्छा करने पर  उपस्थित सेन्टर मैनेजर कमलेश चन्द्र मौर्या द्वारा सही उत्तर नहीं दिया जा सका।

सेन्टर के प्रत्येक कमरों के निरीक्षण में पाया गया किसी कमरों में क्लास नहीं चल रहा है। पंजीकरण कक्ष के बाहर टहल रहे बच्चों यथा- विकास, कमलेश पाल एवं विकास यादव उनके क्लास के सन्दर्भ में पृच्छा करने पर बताया गया कि वो लोग प्लम्बरिंग कोर्स के छात्र है, जिसका कक्षा-12 बजे से प्रारम्भ होती है, गु्रप में मैसेज है कि आज किसी अधिकारी द्वारा सेन्टर का निरीक्षण किया जाना है, इसलिए हम लोग जल्दी आये है एव उन छात्रों के पास कोई नोट बुक नहीं पाया गया। सेन्टर पर मात्र एक प्रशिक्षिका पूजा चैहान का कोई भी शैक्षिक प्रमाण पत्र का अभिलेख नहीं था अभिलेखों में पूजा बिन्द की प्रमाण पत्र की प्रति पाया गया।

कुछ छात्राऐ-दीपा वर्मा, सौम्या त्यागी, स्नेहा मौर्या जो प्लम्बरिंग कोर्स के लिए यहाॅ आयी थी। ऑनलाईन उपस्थिति में 10 छात्राओं के नाम दर्शाया गया है परन्तु मात्र तीन छात्रा ही उपस्थिति थी। कौशल विकास के नाम से बिना प्रशिक्षक एवं छात्राओं की उपस्थिति के, मात्र कागजो में केन्द्र चलाने सम्बन्ध में सन्दर्भ में प्रधानाचार्या आई.टी.आई को इस ट्रेनिंग पार्टनर के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिये गये।

अपड्रान पावर ट्रानिक लि0:- कौशल विकास मिशन अन्तर्गत संचालित उक्त सेन्टर का निरीक्षण करने पर पाया गया कि उक्त सेन्टर में तीन बैच चलते है, जिसमें प्रथम बैच-प्रातः 09-01 दोपहर में 28 बच्चें पंजीकृत है, जिसमें मात्र 04 बच्चे ही उपस्थित पायें गये। दोपहर 01-05 सायं तक संचालित बैचों में क्रमशः 27 एवं 29 बच्चे पंजीकृत है। निरीक्षण के समय अपैरल ट्रेड (सिंलाई) का प्रशिक्षण चल रहा था जिसमें पुष्पलता एवं रेशम खान नाम की दो प्रशिक्षकों द्वारा छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा था शिवानी गुप्ता नाम की छात्रा का नोटबुक देखा गया एवं रेशम पाण्डेय नाम की छात्रा से दिये जा रहे प्रशिक्षण की जानकारी प्राप्त की गयी। यूननी फार्म ना होने उपस्थिति कम होने पर मौके पर उपस्थित प्रबन्धक को चेतावनी दी गयी। यूनिर्वसल आइडियल सेवा समिति:- कौशन विकास मिशन अन्तर्गत संचालित उक्त सेन्टर का निरीक्षण करने पर पाया गया कि उक्त सेन्टर में तीन बैच चलते है, जिसमें प्रथम बैच-प्रातः 09-01 दोपहर कुल 16 छात्राओं को प्रशिक्षण उपस्थिति थी। निरीक्षण के समय अपैरल ट्रेड (सिंलाई) का प्रशिक्षण चल रहा था जिसमें आरती वर्मा एवं सबीना नाम की दो प्रशिक्षिकओं द्वारा छात्राओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा था। जिसमें अंजली पाण्डेय, आरती केशरवानी, रजिया, रौशनी गौड़, सौम्या, सन्ध्या आदि छात्राओं को उपस्थिति की आॅनलाईन उपस्थिति लिस्ट से मैच किया गया। उपस्थित छात्राओं से दिये जा रहे प्रशिक्षण की जानकारी प्राप्त की गयी। बताया गया कि प्रशिक्षण गुणवत्तापूर्ण एवं उपयोगी है। वर्दी एवं पुस्तकों को मिलने की जानकारी दी गयी।

पिपल ट्री वेन्टर्स प्रा0लि0ः- कौशल विकास मिशन अन्तर्गत संचालित उक्त सेन्टर का निरीक्षण करने पर पाया गया कि उक्त सेन्टर में 140 बेडेट छात्र आवास है, जिसमें सम्यक् व्यस्थाऐं पायी गयी। आज की तिथि में कुल-20 छात्रों को भोजन में आलू, गोभी, मटर की मौसमी सब्जी ,रोटी एवं चावल बन रहा था। टायलेट बाथरूम साफ पाया गया। सेन्टर पर कुल-07 ट्रेनर की नियुक्त है जिसमें प्लबरिंग कोर्स के संचालित कक्ष में बच्चों से प्लबरिंग कोर्स के सन्दर्भ में जानकारी प्राप्त की गयी, मौके पर प्रशिक्षक अशोक मौर्या उपस्थित पाये गये। दूसरे कक्ष में चल रहे इलेक्ट्रेशियन क्लास में छात्रों से दिये गये प्रशिक्षण नोट बुल का अवलोकन करते हुए बच्चों से एक एक कर पढ़ाये गये विषय के सम्बन्ध में उत्तर दिया गया।

इसके अतिरिक्त 50 शैय्या बहुखण्डीय चिकित्सालय स्व0 भैरोप्रसाद जायसवाल द्वारा वसीयत की गयी भूमि पर निर्माणाधीन 50 शैयायुक्त बहुखडीय चिकित्सालय का निरीक्षण करने पर पाया गया कि उक्त कार्य हेतु मु0-17.02 करोड़ की स्वीकृति हुई है जिसके सापेक्ष कार्यदायी संस्था उ0प्र0 आवास एवं विकास परिषद, निमाण खण्ड-01, प्रयागराज को मु0-8.25 करोड़ रूपये की प्राप्ति हुई है, भवन 05 तल का निर्माण कार्य कराया जा चुका है, जिसमें अभी बाहर का प्लाटर का कार्य नहीं हुआ तथा अन्दर कुछ जगहों पर प्लाटर का कार्य हुआ है। मौके पर प्रथम तल पर रैम्प कार्य चलता हुआ पाया गया। मौके पर उपस्थित अधिशासी अभियंता एवं सहायक अभियंता को निर्देशित किया गया ज्यादा से ज्यादा संख्या में श्रमिकों को लगाकर दु्रतगति से कार्य प्रगति करते हुए किसी भी दशा में फरवरी, 2024 तक कम्पलीट कर सुनिश्चित करें। परि0प्रबंधक द्वारा बताया गया कि मुख्य चिकित्साधिकारी आवास एवं रास्ते के लिए स्थान पर्याप्त नहीं है, जिस पर निर्देशित किया गया कि उप जिलाधिकारी सदर को भूमि चिन्हित करने हेतु पत्र जारी करायें।

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