मिर्जापुर।
एपेक्स वेलकेयर ट्रस्ट द्वारा संचालित एपेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मैडिसिन एवं हॉस्पिटल द्वारा चौथे बीएएमएस बैच सत्र 2022-23 के नवागंतुक छात्रों हेतु राष्ट्रीय भारतीय चिकित्सा पद्धति आयोग द्वारा निर्धारित एवं आयुष पाठ्यक्रमों हेतु आयुष विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के दिशा निर्देशन पर प्रथम व्यावसायिक वर्ष का 15 दिवसीय ट्रांजिशनल पाठ्यक्रम का आयोजन किया गया है।
जिसका शुभारंभ एपेक्स के निदेशक डॉ स्वरूप पटेल, विशिष्ट अतिथि डॉ अंजना सक्सेना, सह-प्रवक्ता राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, वाराणसी, डॉ सुदामा सिंह यादव, सह-प्रवक्ता सह्मिता संस्कृत आयुर्वेद संकाय बीएचयू, प्रधानाचार्य प्रो पीके सिंह, डीन प्रो सुनील मिस्त्री, आयोजन सचिव प्रो एके सोनकर, कॉलेज फेकेल्टीज़ एवं प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
रसा शास्त्र विभाग की सहायक प्रवक्ता डॉ शिवानी पाण्डेय द्वारा सत्र का संचालन करते हुए प्राचार्य प्रो पीके सिंह द्वारा नवागंतुक छात्रों के अभिभावकों एवं प्रो एके सोनकर द्वारा छात्रों को संबोधित करते हुए आयुर्वेद की विशेषता को उल्लेखित करते हुए दूर दृष्टि, कड़ी मेहनत एवं पक्के इरादे के साथ आयुर्वेद का ज्ञान अर्जित कर इस प्राचीनतम चिकित्सीय विधा को प्रचलित करने हेतु प्रेरित किया।
शैक्षिक सत्र में प्रो अंजना सक्सेना ने आयुर्वेद चिकित्सीय चुनौतियों का सामना करने हेतु स्ट्रैस प्रबंधन, वरिष्ठ ओर्थों सर्जन डॉ स्वरूप पटेल ने आधुनिक चिकित्सा पर आमंत्रित व्याख्यान में स्पोर्ट्स इंजरी, डॉ सुदामा ने आयुर्वेद लिट्रेचर, प्रो वीरेंद्र कुमार ने आयुर्वेद के इतिहास, दर्शन एवं अवधारणाओं एवं शिक्षाविद श्याम चौबे द्वारा पाठ्यक्रम में प्रयुक्त संस्कृत भाषा पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए। इस अवसर पर एपेक्स के चेयरमैन डॉ एसके सिंह द्वारा छात्रों को आशीर्वाद प्रदान करते हुए गुणवततापूर्ण अध्यन करते हुए प्राचीनतम आयुर्वेद विधा को गंभीरता से अपनाने हेतु प्रेरित किया।