मिर्जापुर।
14 मार्च को अंतरराष्ट्रीय गणित दिवस के अवसर पर जिला विज्ञान क्लब मिर्ज़ापुर द्वारा ऑन लाइन कार्यशाला की गई, जिसमें 119 बाल वैज्ञानिको एवम अध्यापकों ने प्रतिभगिता की। जिला समन्यवक सुशील कुमार पांडेय ने कहा की गणित प्रकृति की भाषा है। जीवन मे जिसकी गणित अर्थात सोचने की क्षमता अधिक है, वह जीवन के हर क्षेत्र में सफल है। गणित एक ऐसा विज्ञान है, जो संख्याओं और उनके अंतर संयोजन और संचालन डेटा माप मात्रा सरचना स्थान और समानयी करण से है।
इस वर्ष 2023 की मुख्य थीम गणित सबके लिए रखी गयी है। प्रत्येक वर्ष 14 मार्च को अंतरराष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 2019 में यूनेस्को द्वारा की गई थी।14 मार्च 2020 को पहला इंटरनेशनल डे ऑफ मैथमेटिक्स मनाया जाता है। इसके पहले और आज कई देशों में गणित के कंटेस्ट पाई का दिन या पाई के रूप में मनाया जाता है, क्योकि यह दिन पाई के मान 3.14 के आधार पर चुना गया, जो 14 मार्च को दर्शाता है इसके अलावा 14 मार्च के दिन प्रशिद्ध भौतिक शास्त्री आइंस्टीन की जयंती एवम स्टीफन हाकिन्स की पुण्य तिथि है।
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर के सी अग्रवाल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गणित दिवस एक वैश्विक कार्यक्रम है, जिससे लोगो को विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी सेक्टर के बारे में शिक्षित करना है। गणित का उपयोग वित्त, इंजीनियरिंग उद्योग, रोबोटिक्स, खगोल विज्ञान, व्यवसाय, सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपयोगिता है।
विशेषज्ञ डॉक्टर निधि ने कहाकि इस दिन को मनाने का उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में गणित के महत्व के बारे में आम लोगो मे समझ मे सुधार लाना, आपदाओं महामारियों तथा उभरते रोग तथा आक्रामक प्रजातियों से लड़ने में गणित की भूमिका के साथ साथ विज्ञान में बुनियादी अनुसन्धान के महत्व को बताना है। गणित के विना भौतिक के सिद्धांतों को आसानी से समझा भी नही जा सकता।