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पत्रकारों और भारत सरकार के बीच संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से वार्तालाप का किया आयोजन

चुनार, मिर्जापुर।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) वाराणसी के तत्वावधान में मीरजापुर जनपद के नरायनपुर ब्लॉक सभागार में क्षेत्रीय पत्रकारों और भारत सरकार के बीच संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से वार्तालाप का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न क्षेत्रों के 60 से अधिक पत्रकारों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ मुख्यअतिथि उपजिलाधिकारी नवनीत सेहारा व विशिष्ट अतिथि नारायणपुर ब्लॉक के प्रमुख चंद्रप्रकाश सिंह, काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वरीय प्राध्यापक डॉ बाला लखेंद्र, खंड विकास अधिकारी शिवनारायण सिंह, वरिष्ठ पत्रकार रणवीर सिंह, पूर्व अधिकारी नरसिंह राम, डा.लालजी, पीआईबी वाराणसी के मीडिया एवम् संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया।

कार्यक्रम के दौरान सीबीसी सूचना प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से 8 साल सेवा,  सुशासन और गरीब कल्याण विषय पर फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। बतौर मुख्य अतिथि कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपजिलाधिकारी नवनीत सेहारा ने कहा कि स्वच्छ पत्रकारिता लोकतंत्र की प्राण है। निर्भयता पूर्वक सच्ची व अच्छी पत्रकारिता करना आपका कर्तव्य है। आपकी रिपोर्ट सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने फेक न्यूज को देश के लिए बड़ा खतरा बताया और किसी भी खबर को पुष्टि कर छापने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आज टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर कई तरीके से फेक और भ्रमित करने वाले न्यूज लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं। हम सभी को टेक्नोलॉजी के विभिन्न टूल्स का इस्तेमाल कर फेक न्यूज को प्रसारित करने से बचना चाहिए। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि संदिग्ध सूचना को क्रॉस चेक करें और संबंधित अधिकारियों से बात कर ही खबर छापें या विभिन्न माध्यम से प्रसारित करें।

 

प्रमुख ने कहा कि मीडिया सरकार की आंख और कान के रूप में कार्य करता है और प्रतिक्रिया प्राप्त करने व जमीनी स्तर पर योजनाओं के कार्यान्वयन के संबंध में चिंताओं को दूर करने के लिए इस तरह का समन्वय आवश्यक है। केंद्रीय संचार ब्यूरो के पूर्व अधिकारी डा.नरसिंह राम ने कहा की  केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के सकारात्मक एवं विकासात्मक रिपोर्टिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस वार्तालाप का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि  यह वार्तालाप कार्यक्रम दोतरफा संवाद का माध्यम है और इस आकांक्षी जिले में ऐसे कार्यक्रम कराने का उद्देश्य यही है कि विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के लोग ज्यादा से ज्यादा उठा सकें। तथ्यों पर आधारित पत्रकारिता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि खबर की प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए पीआईबी फैक्ट चेक की प्रणाली अपनाई गई है। किसी भी तथ्य की पुष्टि करने के लिए पीआईबी की वेबसाइट पर जाकर आवेदन किया जा सकता है।

वरिष्ठ पत्रकार रणवीर सिंह ने अपने क्षेत्र में पत्रकारों की सकारात्मक भूमिका की सराहना की। उन्होंने एक मंच पर विधायिका, कार्यपालिका और पत्रकारों को एकजुट करने के लिए पीआईबी को धन्यवाद दिया। वरिष्ठ पत्रकार राजेश पटेल ने उपस्थित पत्रकार साथियों को निरंतर अध्ययन करने और अपडेट रहने की सलाह दी। खंड विकास अधिकारी शिवनारायण सिंह ने कहा कि सरकार और जनता के बीच मीडिया की भूमिका अहम है। इसलिए इसकी उपयोगिता और गंभीरता हमेशा बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने इस दौरान विकास खंड की विभिन्न योजनाओं की स्थिति को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि आप पत्रकार साथियों की रिपोर्ट हमें बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं।

ग्रामीण मीडिया कार्यशाला के दौरान विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों ने अपने विचार को रखा। वर्षा विश्वकर्मा ने आजीविका मिशन से उनके जीवन में आए बदलाव की चर्चा की। उन्होंने कहा कि विभिन्न खाने की चीजें बनाने की ट्रेनिंग के बाद आज समूह में कई महिलाएं चीजें बनाती है और आज हमारी आजीविका अब अच्छी चल रही है।  इस संगोष्ठी के दौरान तारा देवी और पूनम देवी ने अपनी बातों को रखा। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मीडिया जगत के वरिष्ठ पत्रकारों ने ग्रामीण पत्रकारों को लेखन शैली और ग्रामीण पत्रकारों की चुनौतियों के बारे में बताया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के वरीय प्राध्यापक डॉ बाला लखेंद्र ने प्रसिद्ध समाजशास्त्री रोबिन मोर्गन के कथन ‘सूचना शक्ति है‘ की उपयोगिता और वर्तमान समय में पत्रकारिता के क्षेत्र में आई चुनौतियों की चर्चा की। उन्होंने ने खबरों के फॉलो अप के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता के आंदोलन में पत्रकारिता महत्वपूर्ण हथियार रहा है। यह राष्ट्रीय और जनचेतना जगाने का माध्यम बना। पत्रकार साथियों को यह उद्देश्य आज भी बरकरार रखने की जरूरत है।

पत्र एवं सूचना कार्यालय, वाराणसी के प्रभारी और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी प्रशांत कक्कड़ ने कहा कि पीआईबी की पहुंच राष्ट्रीय तथा प्रदेश की राजधानियों के पत्रकारों तक सीमित ना रह कर जिला तथा खंड स्तर पर कार्य करने वाले मीडिया कर्मियों तक भी पहुंचा है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा पत्रकारों के कल्याण के लिए चलाई जा रही पत्रकार कल्याण योजना के बारे में जानकारी दी गई और कहा कि इस योजना के माध्यम से पत्रकारों को कार्य करते समय होने वाली दुर्घटना या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के उपचार के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। कोरोना काल में यूपी में अनेक पत्रकारों को इस प्रकार की सहायता राशि भारत सरकार द्वारा दी गई है। कोई भी पत्रकार सूचना और प्रसारण मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर अपना विवरण भरकर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकता है तथा इस योजना के बारे में समुचित जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

मंच संचालन और ग्रामीण क्षेत्र और विकासात्मक रिपोर्टिंग में  मीडिया की भूमिका पर चर्चा सीबीसी के फील्ड पब्लिसिटी अधिकारी डा.लालजी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन  मीरजापुर जनपद के दूरदर्शन संवाददाता समीर वर्मा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में वरिष्ठ पत्रकार पसूका वाराणसी के सत्येंद्र कुमार, शिव कुमार झा और बीरबल पाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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