मिर्जापुर।
जिले में विद्यालयों द्वारा मनमानी फीस एवं प्रवेश शुल्क समेत 5 सूत्री मांगों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने आज जिला विद्यालय निरीक्षक को 5 सूत्री पत्रक सौंपा। पत्रक में कहा गया है कि राइट टू एजुकेशन का जिले में मखौल उड़ाया जा रहा है। कोचिंग के नाम पर कायदे कानून को परे ढकेल कर लूट मची है। जिस पर 15 दिन में ठोस कार्रवाई न किए जाने पर वृहद आंदोलन की चेतावनी दी गई है। मांग पत्र पर अधिकारी ने कारवाई का भरोसा दिया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला इकाई संयोजक अतुल गुप्ता ने कहा कि अभाविप अपने स्थापना काल से ही छात्र एवं समाज हित हेतु के कार्य करता आ रहा है। जिले के तमाम विद्यालयों में प्रवेश शुल्क के नाम पर धन वसूली की जा रही है। जिले में अवैध कोचिंग बेरोकटोक संचालित है । जिनका रजिस्ट्रेशन मानक पूरा नहीं है। प्रवेश शुल्क के नाम पर वसूली करने वाले विद्यालयों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए। अवैध कोचिंग सेंटरों को जल्द से जल्द बंद करवाया जाए।
विद्यालययो में साफ-सफाई, कीटनाशक दवा का छिड़काव के साथ ही छात्रों के लिए हेल्थ कैंप एवं व्यवस्थित शौचालय की व्यवस्था किया जाय। शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत वंचित एवं कमजोर वर्ग के बच्चों का किसी भी विद्यालय द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है । इस पर जल्द से जल्द कार्यवाही किया जाए।
इसके अलावा जन समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि शहर में कई विद्यालयों की छुट्टी एक समय पर होने के कारण ट्रैफिक जाम हो जाता हैं। ऐसे में छात्रों के साथ सड़क दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है। इस विषय को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों की छुट्टी में अंतराल रख कर जल्द से जल्द सुधार किया जाय।
परिषद् के कार्यकर्ताओं ने मांगों को 15 दिन के अंदर पूरा नहीं किए जाने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रदर्शन करने वालों में प्रांत कार्यकारिणी सदस्य प्रांशु साहू, नगर मंत्री शुभम यादव, अंकित तिवारी, श्रेयांश सिंह, जिला संगठन मन्त्री सागर, दिव्यांश अवस्थी, आयुष त्रिपाठी, रवि सेठ एवं अभय गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।