मिर्जापुर।
आज के परिवेश में हम अपने संस्कारों से दूर हो रहे हैं। हमारे दैनिक जीवन में सोफा सेट डिनर सेट जैसे सेट की भरमार है, लेकिन हमारी मानसिक स्थिति सेट नहीं है। भारत विकास परिषद समाज में ऐसे ही समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करता है। यह उद्गार भारत विकास परिषद के क्षेत्रीय महासचिव नवीन श्रीवास्तव ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए मिर्जापुर शाखा के दायित्व ग्रहण समारोह में व्यक्त किया।
समारोह में आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज जो गणेश वंदना दो बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया। उसमें एक का नाम वृंदा और दूसरे का नाम समृद्धि, वृंदा की पूजा से समृद्धि स्वयं आ जाएगी ऐसी हमारी धार्मिक मान्यता है। अब हम गुरु पूर्णिमा की जगह टीचर्स डे मनाने लगे। परिषद इस परिस्थिति में पूरे राष्ट्रीय स्तर पर गुरु वंदन छात्र अभिनंदन आयोजित करके समाज को एक सशक्त संदेश देना चाहता है। हम अपने संस्कार और अतित को धीरे-धीरे भूलते जा रहे हैं।
परिषद अपने पांच सूत्रों पर कार्य करते हुए देश को समृद्धिशाली बनाने का कार्य कर रहा है। यह 5 सूत्र संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा व समर्पण है। परिषद पूरे देश में भारत को जानो प्रतियोगिता राष्ट्रीय समूह गान, महिला बाल कल्याण जैसे कार्यक्रमों का संचालन करता है।
समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार भोलानाथ कुशवाहा ने अपने उद्बोधन में कहा कि व्यक्ति निर्माण के रास्ते दो हैं- पहला भौतिक दूसरा आध्यात्मिक दोनों विकास व्यक्ति के जीवन में आवश्यक है। देश की जनता को विकास के रास्ते पर ले जाकर समाज में सहयोग और समता का भाव पैदा करते हुए वर्तमान परिवेश में व्यक्ति में चरित्र निर्माण करने की आवश्यकता है जिससे देश को उच्च शिखर पर प्रतिस्थापित किया जा सकता है।
परिषद की रीति – नीति से प्रभावित होकर अंकित सिंह, राकेश उपाध्याय, सुमित अग्रवाल, रामेश्वर पति त्रिपाठी और रवि प्रकाश वरनवाल को सदस्यता का शपथ प्रांतीय संगठन मंत्री ऋषि शुक्ला ने दिलाया। परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष प्रवीण पटेल ने सत्र 2023- 24 के दायित्वधारी इंजीनियर जवाहर सिंह अध्यक्ष, अनिल तिवारी सचिव, अभिनव अग्रवाल कोषाध्यक्ष तथा श्रीमती निशा अग्रवाल महिला संयोजिका को दायित्व का शपथ दिलाया।
शाखा अध्यक्ष इंजीनियर जवाहर सिंह ने गोपाल कृष्ण सविता उपाध्यक्ष प्रदीप पाठक और पवन यादव को सहसचिव एवं श्रीमती नूतन अग्रवाल को सहमहिला संयोजिका का दायित्व ग्रहण कराया कराया। परिषद अध्यक्ष गोवर्धन त्रिपाठी ने अतिथियों का स्वागत किया तथा संगीत के क्षेत्र में विशेष कार्य के लिए द्वारिका नाथ जी अग्रहरी, भगवती प्रसाद केसरवानी, अमरनाथ शुक्ला और तबला वादक राजू को तथा साहित्य क्षेत्र के विद्वान एवं कवि गणेश गंभीर आनंदा अमित एवं चिकित्सा क्षेत्र से डॉक्टर विवेक सिंह, डॉक्टर संदीप श्रीवास्तव, डॉक्टर टी.एन.द्विवेदी, डॉक्टर अनुराग श्रीवास्तव, डॉ सुरेश मौर्य विशेष आर्थिक सहयोग के लिए रामकुमार केशरवानी को अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया।
परिषद के अध्यक्ष द्वय द्वारा मुख्य अतिथि मुख्य वक्ता एवं प्रदेश अध्यक्ष को मां विंध्यवासिनी का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में प्रदान किया। परिषद के अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष और महिला संयोजिका ने सत्र 2022-23 मे अपने किए गए कार्यों का विवरण और सत्र 23-24 ने अपने भावी कार्यक्रमों की जानकारी सदन को उपलब्ध कराया। समारोह की शुरुआत भारत माता एवं स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण, वंदे मातरम गीत से और समापन राष्ट्रगान से हुआ। समारोह का संचालन श्रीमती नीलू सिंह पूर्व महिला संयोजिका तथा कुशल संयोजन विष्णु मालवीय धन्यवाद ज्ञापन सचिव ने किया।
समारोह में पूर्व अध्यक्ष शशांक शेखर चतुर्वेदी राजेंद्र नाथ अग्रवाल, सुशील कुमार सिंह, धीरज सोनी, इंदु गुप्ता, सुधा गुप्ता, श्रीमती रेखा अग्रवाल, निधि केसरवानी, रेनू अग्रवाल, सुचि अग्रवाल, राजेश तिवारी, इंजीनियर एस.एन. चौबे, आर. पी. पांडे, अरुण अग्रवाल, राजपति ओझा, देवेंद्र प्रताप सिंह, अखिलेश बहादुर सिंह, भूपेंद्र सिंह, अशोक सिंह एड., अमृतलाल मौर्य, श्रीमती निर्मला राय, नीरू श्रीवास्तव, ज्ञान शंकर पांडे, रोशनलाल, मनीष अग्रवाल सहित दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित थे।