उललेखनीय है कि रेलवे स्टेशन रोड पर सोमवार को एक व्यक्ति दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल पड़ा था। स्टेशन रोड निवासी सामाजिक कार्यकर्ता मनीष सिह ने बताया कि उन्होंने और उनके साथियों ने चार बार एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन एम्बुलेंस नहीं पहुंची। आखिरकार उस अनजान व्यक्ति ने दम तोड़ भी दिया। उसका शव स्टेशन रोड पर पड़ा रहा।
बताते है कि उस रास्ते से हजारों लोग गुजरते रहे। कई अधिकारी भी उसी रास्ते आते-जाते हैं लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। इससे गुस्साए लोग सामाजिक कार्यकर्ताओ के नेतृत्व में मंगलवार की सुबह शव को पॉलीथिन में लपेटकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। ऐसे में प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। कलेक्ट्रेट में शव लेकर आने वालो मे दिलीप सिह गहरवार, मनीष त्रिपाठी व गुड्डू खान आदि ने बताया कि जो एम्बुलेंस गरीबों के लिए है वह कई बार फोन करने पर भी नहीं पहुंची। इससे पता चलता है कि सरकारी मिशनरी किस तरीक़े से काम कर रही है। उन्होंने कहाकि इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी अभी भी अपनी गलती नहीं मान रहे। बहरहाल एसडीएम के आदेश पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी।
एंबुलेंस न पहुंचना व इलाज न होना सीएमओ की लापरवाही: एसडीएम
बताया जाता है कि चार-पांच लोग जब शव लेकर कलेक्ट्रेट परिसर मे पहुंचे तो उस समय जानकारी होते ही मौके पर एसडीएम अतिरिक्त प्रभार सुनील कुमार मिश्रा भी पहुंचे। उनसे जब सीएमओ की लापरवाही की बात कही गई तो बोले कि एंबुलेंस न पहुंचना व इसका इलाज न होना सीधे-सीधे सीएमओ की लापरवाही है। एसडीएम ने कहाकि इस प्रकरण के बारे में सीएमओ से भी बात की जाएगी और आगे से ऐसा न हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। यह स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही है कि चार बार फोन करने के बाद भी मौके पर कोई एंबुलेंस नहीं पहुंची।