नगर निकाय चुनाव

समाजसेवी चिकित्सक डॉ. शक्ति श्रीवास्तव ने की मिर्जापुर से चेयरमैन पद के लिए दावेदारी

मिर्जापुर।

निकाय चुनाव को दुंदुभी बज चुकी है और इस चुनावी समर में जूझने हेतु महारथी तैयार हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में मिर्जापुर शहर के नगर पालिका अध्यक्ष पद हेतु तमाम दावेदार विभिन्न राजनीतिक दलों से अधिकृत प्रत्याशी बनने हेतु हाथ-पांव मार रहे हैं, भले ही टिकट हथियाने में उनका दांव सफल हो जाए परंतु नगर के प्रथम नागरिक का ताज किसके सिर बंधेगा, यह तो मिर्जापुर शहर की 2 लाख 14 हजार जनता – जनार्दन ही तय करेगी।

बहरहाल जब तक राजनैतिक दल अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर देते हैं, तब तक नगर के जनता की जिज्ञासा को देखते हुए दावेदारों का परिचय, उनका सामाजिक व राजनैतिक संघर्ष और यदि उन्हें मौका मिला तो वे अपने शहर की बेहतरी के लिए क्या सोच रखते हैं, इसका जिक्र किया जा रहा है। आइए, इसी श्रृंखला में आज चेयरमैन पद के लिए दावेदारी कर रहे समाजसेवी चिकित्सक डॉ. शक्ति श्रीवास्तव के सामाजिक व राजनैतिक परिचय पर एक नजर डालते हैं।

प्रबुद्ध वर्ग में अच्छी पैठ रखने वाले चिकित्सक वर्ग के डॉ.शक्ति श्रीवास्तव की कायस्थ समाज पर भी बहुत ही अच्छी पकड़ है और कायस्थ बाहुल्य होने के कारण नगर पालिका क्षेत्र में इस समाज की एक निर्णायक भूमिका होती है। डॉ. शक्ति वर्तमान में अखिल भारतीय चित्रांश महासभा के राष्ट्रीय संगठन सचिव व के.एस.पी. ट्रस्ट के अध्यक्ष होने के साथ ही शहर के मध्य बरियाघाट स्थित 121वर्ष प्राचीन श्री चित्रगुप्त मंदिर सभा के मुख्य पदाधिकारी व पूर्वांचल स्तरीय प्रसिद्ध बरियाघाट रामलीला कमेटी के आजीवन सदस्य एवम अति प्राचीन लोंहदी महावीर मंदिर के मुख्य कार्यकर्ता के रूप में सेवा दे रहे हैं, साथ ही आप दो दशक पूर्व अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश सचिव व मण्डल प्रभारी के दायित्व का निर्वहन भी कर चुके हैं।

अपने छात्र जीवन से ही सक्रिय डॉ. श्रीवास्तव 89-91 में आल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) के शहर अध्यक्ष व जिलाध्यक्ष रहने के पश्चात मेडिकल कॉलेज व विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। आप विभिन्न शासकीय विभागों के कर्मचारी संघों जैसे – लघु सिंचाई विभाग कर्मचारी संघ तथा विद्युत विभाग संविदा कर्मचारी संघ के संरक्षक के रूप में उनके आंदोलनों को धार देने का काम करते रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर की चिकित्सकीय संस्था नेशनल इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. श्रीवास्तव लम्बे समय तक इस संगठन के सचिव व जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं, साथ ही वर्तमान में मानवाधिकार के क्षेत्र में देश के सबसे बड़े व पुराने संगठन भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन के प्रदेश सचिव के रूप में भी सामाजिक कार्यों में संलग्न रहते हैं।

सामाजिक हितों से सरोकार रखने वाली संस्था लोकहित जनचेतना परिषद के अध्यक्ष तथा विन्ध्य बसुंधरा सेवा संस्था के सचिव/प्रबन्धक डॉ. शक्ति श्रीवास्तव इंडियन रेडक्रास सोसाइटी, मिर्जापुर फ्रेंड्स सोसाइटी एवम सी.पी.सी. प्रोटेक्शन एसोसिएशन के आजीवन व सक्रिय सदस्य हैं, साथ ही एशिया के सबसे बड़े ट्रस्ट के.पी. ट्रस्ट में भी गवर्निंग काउंसिल के सदस्य हैं। आपने 34 वर्ष पूर्व श्री दुर्गेश पूजा समिति का गठन कर स्थानीय जंगी रोड पर दुर्गा पूजा की शुरुआत की थी, जहां अब दुर्गा पूजा में पीतल की पांच बड़ी मूर्तियां स्थापित कर पर्यावरण की दृष्टि से एक अनोखी मिसाल पेश की जाती है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध पूरे देश में जबरदस्त आंदोलन खड़ा कर देने वाले अन्ना हजारे जी के इंडिया अगेंस्ट करप्शन के जिला सह-संयोजक/सह प्रभारी के रूप में डॉ. श्रीवास्तव ने मिर्जापुर में इस आंदोलन को गति प्रदान की और घंटाघर, वासलीगंज, जिला अस्पताल, सिटी क्लब, सासंद आवास व चील्ह तिराहे सहित विभिन्न स्थानों पर अनशन पर भी बैठे।

अब बात करें आपके राजनैतिक सफर की, तो आप शुरू से ही समाजवादी विचारधारा के प्रबल पक्षधर रहे हैं। मुख्यमंत्री बनने के पूर्व ही जब मुलायम सिंह यादव जी रथ यात्रा लेकर मिर्जापुर आए थे, उस समय आपने स्थानीय बैरहवां चौराहे पर जोरदार स्वागत करते हुए उनसे वार्ता की थी। समाजवादी पार्टी के स्थापना काल से ही समर्पित रहते हुए 1996 में पार्टी की सांसद प्रत्याशी श्रीमती फूलन देवी जी के चुनाव प्रचार हेतु आयोजित नुक्कड़ सभाओं में मुख्य वक्ता के रूप में सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया, परिणामस्वरूप विजयी होने के पश्चात सांसद फूलन देवी जी द्वारा फूलन फैन्स एसोसिएशन का गठन कर उसका केन्द्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया और सन 1997 में समाजवादी पार्टी के नगर उपाध्यक्ष बनाए गए। सन 2002 में आम विधान सभा चुनावों में पार्टी प्रत्याशी कैलाश चौरसिया जी के चुनाव कार्यालय का कुशल संचालन करते हुए पार्टी को विजयी बनाने में अहम भूमिका निभायी, जिससे प्रभावित होकर 2003 में नवनिर्वाचित विधायक ने इन्हें अपना मीडिया प्रभारी मनोनीत किया, साथ ही सन 2004 में सपा ने इन्हें बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला महासचिव व प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी सौंपी।

समाजवादी पार्टी के सत्ता में रहते हुए ही सन 2006 में कतिपय स्थानीय कारणों से सपा से विमुख होकर बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली और सक्रियता व आम विधान सभा चुनावों में पार्टी के पक्ष में प्रभावी भूमिका को देखते हुए सन 2007 में सत्ता में आने पर बसपा द्वारा डॉ. शक्ति श्रीवास्तव को भाईचारा बनाओ समिति के विंध्याचल मंडल का मण्डल कोऑर्डिनेटर तथा सन 2010 में इसी समिति का जोन कोऑर्डिनेटर बनाते हुए वाराणसी व विंध्याचल दोनों मंडलों की जिम्मेदारी सौंपी गई। सन 2014 में आप बसपा की मेन बॉडी के जिला प्रभारी बनाए गए परंतु अपनी मूल पार्टी सपा की ओर झुकाव और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी की नीतियों से प्रभावित होते हुए सपा के स्नातक खंड विधान परिषद प्रत्याशी आशुतोष सिन्हा जी के नेतृत्व में सन 2019 से पुनः समाजवादी पार्टी के पक्ष में काम करने लगे। आप स्व. मुलायम सिंह यादव जी के आवाह्न पर जेल भरो आंदोलन में जेल भी गए हैं, जिसमें आंदोलनकारियों की संख्या को देखते हुए नगर के जुबिली इंटर कॉलेज को अस्थाई कारागार का स्वरूप दिया गया था। वाराणसी जैसी प्रतिष्ठापूर्ण सीट से सपा के टिकट पर विजयी एम.एल.सी. आशुतोष सिन्हा का विश्वस्त भी आम जनों में डॉ. शक्ति श्रीवास्तव को ही माना जाता है।

नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित होने पर अपने मुख्य कार्यों के विषय में डॉ. शक्ति श्रीवास्तव ने बताया कि नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी, ताकि नगर में समग्र विकास को एक नई रफ्तार मिले और हमारे शहर की तस्वीर व तकदीर बदल सके। नगर पालिका द्वारा जनता को प्रदत्त सभी सुविधाओं के समयबद्ध निस्तारण हेतु “सिटीजन चार्टर” लागू किया जाएगा और आमजन को सभी सुविधाएं एक ही छत के नीचे बिना किसी सुविधा शुल्क के ससमय प्रदान की जाएंगी। शहर में बजबजाती नालियों के जंजाल को समाप्त करते हुए सभी सड़कों व गलियों में सोलर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की जाएगी तथा शहर के पार्कों, चौराहों व तालाबों का सौंदर्यीकरण एवम सभी पार्कों को सुबह – शाम घूमने लायक बनाया जाएगा। गंगा नदी के किनारे “रिवर फ्रंट” बनवाते हुए सभी घाटों को आपस में जोड़कर इसे पर्यटन का रूप दिया जाएगा और शहर के पक्का घाट, घंटाघर, पक्की सराय, ओझला पुल सहित सभी पुरातात्विक इमारतों का संरक्षण व संवर्द्धन कर इन्हें शहर के गौरव का स्वरूप प्रदान किया जाएगा। सभी घरों तक पूर्णं स्वच्छ पेयजल आपूर्ति निर्बाध रूप से चौबीस घंटे किया जाएगा और नागरिकों हेतु सभी प्रकार के करों का सरलीकरण किया जाएगा। जन सामान्य को आवश्यक सुविधाएं डोर टू डोर देने का कार्य किया जाएगा, जिससे स्वच्छ व सुंदर शहर की परिकल्पना साकार हो सके।

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