मिर्जापुर।
17 एवं 18 अप्रैल 2023 को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में परिसर के आचार्य प्रभारी प्रो. विनोद कुमार मिश्र के मार्गदर्शन में दो दिवसीय व्यवसायिक मधुमक्खी पालन के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का आयोजन डॉ. कंचन पडवल, छात्र सलाहकार डॉ. आशीष लतारे और अमृतलाल खैरे ने किया।
इस प्रशिक्षण में 60 बीएससी (कृषि) के छात्र-छात्राए लाभान्वित हुए। कीटक शास्त्र के सहायक प्राध्यापिका डॉ. कंचन पडवल विद्यार्थियोंको ज्ञानार्जन के लिए प्रोत्साहित किया। प्रशिक्षण शिविर के लिए अग्रिकाश प्रायव्हेट लिमिटेड (उदेस हनी फार्म) के पंकज पाठक, रोहित आनंद पाठक और मोहित आनंद पाठक में प्रशिक्षक रहे।
उन्होंने बताया की जहाँ तक मधुमक्खी के समूह की बात है समूह में अक्सर सभी मधुमक्खियाँ एक जैसी होती हैं और हमें लगता है की सभी का कार्य भी एक जैसा ही होता होगा, लेकिन यह सत्य नहीं है। मधुमक्खी के एक समूह में मुख्य रूप से तीन तरह की मधुमक्खियाँ होती हैं। इसमें एक रानी मक्खी, सैकड़ों की संख्या में नर मक्खी एवं हजारों की संख्या में मेहनत करने वाली मधुमक्खियाँ होती हैं।
मधुमक्खी पालनद्वारा केवल शहद ही नहीं बल्कि रॉयल जैली, मोम, मधुमख्खी एवं पराग जैसे बहुत से उत्पादन इससे प्राप्त होते है। कई भी व्यक्ति बहुत ही कम निवेश में इस व्यवसाय की शुरवात कर सकता है, अपितु किसान के लिए यह व्यवसाय किसी आशीर्वाद से कम नहीं। यह मिलने वाले उत्पाद के अलावा मधुमक्खी के गतिविधियों द्वारा किसान फसल-उत्पाद बढाने में मदद करता है।
इस बिजनेस से उत्पादित उत्पादों की बाज़ार में भारी मांग होती है, लेकिन इस व्यवसाय की शुरुवात तकनिकी ज्ञान के साथ करना चाहिए। कृषि के छात्रो के लिए यह व्यवसाय शुरू करना एक स्वर्ण अवसर है। प्रशिक्षण में उपस्थित प्रो. कार्तिकेय श्रीवास्तव ने बताया की मधुमक्खी का उपयोग हाइब्रिड सीड प्रोडक्टन में भी किया जाता है और उसके साथ लाखो का मुनाफा लिया जा सकता है। कार्यक्रम के आखरी चरण में मार्केटिंग के ज्ञान वर्धन से समन्धित कुछ प्रतियोगिताए ली गयी उसमे रोचकता के साथ विद्यार्थीयो ने प्रतिभाग जताया।
उपस्थित विद्यार्थियो मे से श्रीराम कुमावत, अपूर्वा प्रियदर्शनी, शशांक सिंह धाकड़, शिवानी कुमारि, देवांश यादव और अनिकेत प्रकाश ने अपना अभिप्राय व्यक्त कर आयोजक और प्रशिक्षको के ऊपर कृतज्ञता जताई। दो दिन के अंतराल में ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल कोऑरडीनेटर प्रो. आशीष सिंह और कृषि प्रक्षेत्र के अधीक्षक डा. राजीव त्रिपाठी जी ने संतोषजनक भेट दी। प्रशिक्षण के लिए डॉ. अभिनव सिंह, डॉ. गिरीश तंतुवाए, डॉ. स्नेहल चक्रवर्ती, डॉ. श्रवण कुमार डॉ. पवन कुमार आनंद और पवन सिंग उपस्थित रहे।