अहरौरा (मिर्जापुर)।
जरगो जलाशय मेन कैनाल समिति जरगों कमाण्ड की मासिक बैठक अतरौली डाक बंगला पर संपन्न हुई बैठक में किसानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जरगो जलाशय में किसानों की सिंचाई के लिए ही पानी नहीं है तो पीने के लिए पानी का उपयोग कहां से किया जाएगा इसलिए किसानों ने निर्णय लिया कि किसी भी दशा में जरगो मैन कैनाल का पानी जल नल योजना के लिए नहीं लेने दिया जाएगा। अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद शास्त्री ने किया।
बैठक में समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष बजरंगी कुशवाहा ने बताया की मैं एवं समिति के मंत्री प्यारे लाल कुशवाहा जरगो जलाशय गए थे और वहां पर जरगों जलाशय के मेन सुलिस के कुएं की हो रही मरम्मत के कार्य को देखा, जो समिति के प्रस्ताव के अनुरूप नहीं हो रहा था। इसके साथ ही बांध में पानी भी बहुत कम है, जो पानी है उसका उपयोग कमाण्ड के अन्तर्गत आने वाले तालाबों को भरने, पशुओं को पीने भर के लिये भी पर्याप्त नहीं है।
कुशवाहा ने बताया कि, हमलोग जब बांध से नीचे उतरे तो वहीं पर जलनल योजना के अधिकारी जिन्होंने अपना नाम अनिरूद्ध बताया अपने सहयोगियों के साथ मिल गये। पुछने पर उन्होंनें बताया कि, नल से हर घर को पीने हेतु पानी उपलब्ध कराने हेतु जो पाइप गाँव गाँव डाली गई हैं,उसकी टेस्टिंग के लिए प्रतिदिन जरगों बांध से पानी लेने हेतु तैयारी की जा रही है।
जिसका हम लोगों ने जोरदार विरोध किया और कहा कि जलनल के लिये हम किसान कल्याण समिति के लोग जरगों से पानी नहीं लेने देंगे, क्योंकि जरगों बांध में जो पानी थोड़ा बहुत दिखाई दे रहा है वह किसान कल्याण समिति जरगों कमाण्ड द्वारा किये गये जल प्रबंधन की देन है। इसमें जलनल योजना का कोई योगदान नहीं है।
हाँ पेयजल (पानी पीनें) हेतु टैंकर से पानी कही भी ले जाया जा सकता है। बैठक की अध्यक्षता कर रहे समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद शास्त्री ने कहाकि हमलोगों की खेती जरगों जलाशय के सहारे है,इसलिए उसके रखरखाव की चिंता जितना हमलोगों को है, उतना जिले व सिंचाई विभाग के अधिकारियों को नहीं होगी क्योंकि, वह लोग आज हैं, कल नहीं रहेंगे। हमलोगों को तो यहीं रहकर खेती किसानीं करनी है।
इसलिये हम किसी भी हालत में बांध का पानी जलनल को नहीं दिये जाने का प्रस्ताव रखते हैं । जिसका बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने एक स्वर में समर्थन किया। जिला पंचायत सदस्य पंकज उपाध्याय ने भी उपरोक्त बातों का एकबार पुन: समर्थन करते हुए यह प्रस्ताव किया कि सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता जरगों जलाशय के मेन सुलिस के कूएं का मरम्मत यदि समिति के प्रस्ताव के अनुरूप नं करा सकें तो वो 30 अप्रैल 2023 तक समिति को अपने द्वारा मरम्मत कराने हेतु अनापत्ति (एनओसी) प्रमाण पत्र दे दे ताकि, पहली मई से हम कमाण्ड के किसान आपसी सहयोग के जरिये उक्त मरम्मत के कार्य को समय रहते कराने का प्रयास कर सके। जिसका बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने ध्वनिमत से समर्थन किया। बैठक में रामनाथ सिंह, तपेश्वर सिंह, रामअनंत, रामसकल मौर्य, शिवशंकर प्रधान, रामनाथ सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।