0 विक्रय करते समय कॉलोनी में तीन पार्कों, एक सामुदायिक भवन/स्कूल, पेयजल, जल की निकासी की दी व्यवस्था
0 आरोप: उत्कृष्ट कालोनी थी सुरेकापुरम कॉलोनी, अब बिगाड़ रहे स्वरुप
मिर्जापुर।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित जिले के डीएम एसपी को शिकायती पत्र भेजकर प्लाटर/कालोनाइजर के दबंगई की शिकायत करते हुए कॉलोनी की सार्वजनिक संपति का विक्रय किए जाने का आरोप लगाया गया है।
नगरपालिका मिर्जापुर के अंतर्गत सुरेकापुरम कॉलोनी थाना कोतवाली कटरा में विगत 25 से 30 वर्ष से निवास कर रहे लोगो ने पूर्व में जमीन विक्रेता विमल कुमार सुरेका, बावन दास सुरेका एवं श्रीमती निरुपमा सुरेका के द्वारा प्लाट विक्रय करते समय कॉलोनी में तीन पार्कों, एक सामुदायिक भवन/स्कूल, पेयजल, नाली के पानी की निकासी हेतु व्यवस्था की गई थी। आरोप लगाया है कि उनकी मृत्यु के उपरांत उनके दोनों पुत्र आयुष्मान सुरेका एवं शिशिर सुरेका के द्वारा इन सभी व्यवस्थाओं पर कोई भी ध्यान नहीं दिया गया, बल्कि सिर्फ जमीन बेचना और धन कमाना ही उनकी नियति बन गई है। क्योंकि 80 रुपए वर्ग फुट की जमीन अब 4500 रुपए वर्ग फुट बिक रही है।
कहा है कि उनकी इस घोर लापरवाही से सड़क पर जहां तहां गंदगी और नाली जाम होने के कारण गंदा पानी सड़क पर बह रहा है, जो कि बीमारियों का मुख्य कारण है। साथ ही एक नवनिर्मित समुदायिक भवन /स्कूल जो कि केएल विश्वकर्मा एवं सुनील दुबे के आवास के मध्य स्थित है और कॉलोनी के लोगों के उपयोग हेतु बनाया गया था, उसका भी कोई विकास न करके विक्रय करने हेतु निर्णय लिया गया है, क्योंकि आज उस संपत्ति की कीमत करोड़ों में है।
पहले भी इनके द्वारा कॉलोनी की बाउड़ी को तोड़ कर दूसरे प्लाटरों से मोटी रकम लेकर रास्ता दिया गया है। जिससे सुरेका पुरम कॉलोनी जो कि एक उत्कृष्ट कालोनी थी. का स्वरुप बिगड़ गया है। अब चोरी, छिनैती एवं अवांछित तत्वों के आवागमन होने से स्थानीय निवासियों को असुविधा हो रही है साथ ही साथ बाउंड्री के टूट जाने से दूसरे मोहल्लों का गंदा पानी यह कर कालोनी में एकत्रित से जाता है और तालाब का रूप ले लेता है जिससे हम कॉलोनी वाले उस गंदे पानी से आने-जाने हेतु बाध्य है।
गंदा पानी इकट्ठा हो जाने से नालियों के जाम हो जाने से डेंगू, मलेरिया और फाइलेरिया जैसी बीमारियां फैल रही है। अभी भी इनके द्वारा उत्तर दिशा में तथा दक्षिण दिशा में मोटी रकम लेकर रास्ता देने की बात की जा रही है। इस संबंध में हम लोगों ने कई बार सुरेका परिवार से बातचीत की, परंतु उनके द्वारा इस बाबत कोई भी उचित कार्य नहीं किया गया, अपितु सार्वजनिक/स्कूल भवन को विक्रय हेतु ग्राहक तलाश करने का काम किया गया है। लगभग एक वर्ष पूर्व समुदायिक भवन को गिराने के लिए जेसीबी लेकर वो लोग आए थे तथा भवन के मुख्य द्वार को ध्वस्त कर दिया।
जब कालोनी के लोगों ने इसका विरोध किया, तो उन्होंने काम बंद कर दिया। दूसरा कोई रास्ता ना पाकर हम कालोनी वाले आप तक अपनी गुहार पहुंचाने के लिए मजबूर है, ताकि वह संपति जो कि सुरेका जी के परिवार द्वारा कालोनी के हिल के लिए रखी गई थी का विक्रय न किया जाए, तथा कॉलोनी के विकास हेतु समुचित कार्यवाही की जाए।
पत्रक पर शालिनी अवस्थी, आरती लाल, माला श्रीवास्तव, मालती श्रीवास्तव, शिवम सिंह, प्रभा अग्रवाल, सतीष सिंह, पुष्पा सिंह, श्रीप्रकाश अग्रवाल, डा. अरविन्द श्रीवास्तव, संस्कार अग्रवाल, विकास मिश्र, भुवन बंसल, प्रभुनाथ वर्मा, अनामिका सिंह, राजेश तिवारी, मिथिलेश जै, शैलेश श्रीवास्तव, शरद कुमार अग्रवाल, गुड्डू सिंह, नमित कुमार सेठ, विनोद कुमार, उमाशंकर दूूूूबे, डा एके सिंह आदि के हस्ताक्षर है।