धर्म संस्कृति

भारतीय संस्कृति से ही जुड़ी हैं सबकी जड़ें: डा0 राजीव श्री गुरुजी

0 सुभाष के राष्ट्रवाद और इन्द्रेश के सम्बन्धवाद से आएगी एकता- डॉक्टर राजीव 

0 राष्ट्रीयता के बोध से ही समूहों का संघर्ष खत्म होगा।

अहरौरा, मिर्जापुर। 

इमलिया चट्टी क्षेत्र के पटिहटा में आए राजीव गुरु जी ने बताया विशाल भारत संस्थान पूरे देश में मानवीय सम्बन्ध और भावनात्मक रिश्तों को मजबूत करने का अभियान चला रहा है। इसी कड़ी में प्रत्येक थाना क्षेत्र में हिन्दू-मुस्लिम संवाद केन्द्र की स्थापना की जा रही है ताकि व्यवहारिक स्तर पर हिन्दू-मुसलमानों के बीच होने वाले संघर्षो के कारणों का पता लगाया जा सके।

विशाल भारत संस्थान द्वारा अहरौरा के पटीहटा गांव में हिन्दू-मुस्लिम संवाद केन्द्र का उद्घाटन मुख्य अतिथि विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा0 राजीव श्रीगुरूजी ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीपोज्वलन कर किया। इस अवसर पर आयोजित एकता, राष्ट्रीयता एवं अपनी जड़ें विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डा0 राजीव श्रीगुरूजी ने कहा कि विभिन्न धर्म पंथ को मानने वालों को अपनी जड़ों की तलाश शुरू कर देनी चाहिए।

सबकी जड़े भारतीय संस्कृति से ही निकली हैं इसलिये हम सभी खून, खानदान, जमीन, जायदाद, पूर्वजों और राष्ट्रीयता से एक हैं। नेताजी सुभाष के राष्ट्रवाद और इन्द्रेश कुमार के सम्बन्धवाद ने देश को भावनात्मक रिश्तों के सूत्र में बांधा है। गांवों और जातियों में हमारी जड़ें हैं, हम इन जड़ों से अलग नहीं हो सकते। धर्म और जाति के नाम पर संघर्ष खत्म करने से ही भारत की एकता और अखंडता बनी रहेगी। पाकिस्तान की हालत को देखकर सबको सबक लेना चाहिए। उसकी कट्टरता और जड़ों से न जुड़ने की वजह से पाकिस्तान बर्बादी की कगार पर है।

भारत की राष्ट्रीयता में एकता के सूत्र हैं। हिन्दू-मुसलमानों के बीच संवाद शुरू हो रहा है। संघर्ष के कारणों का पता लगाकर उसको हल करना और आपसी तालमेल को बढ़ावा देना ही संवाद केंद्र का मकसद है। दया, करुणा और प्रेम इंसानियत की अनिवार्य शर्त है। शांति की पहल करने वाला और प्रेम का संदेश देने वाला ही हमेशा याद किया जाता है। आज भारत को विकास के साथ आपसी रिश्तों को मजबूत करने की भी जरूरत है।

विशाल भारत संस्थान हमेशा सेवा के माध्यम से शांति की वकालत करता है। कार्यक्रम के बाद पटीहटा ग्राम में अति प्राचीन सत्ती माई मंदिर में मत्था टेका और प्राचीन गुरुद्वारा को देखा। प्रधान से वार्ता कर दोनों धर्म स्थलों तक श्रद्धालुओं के जाने के लिए रास्ता बनाने के लिए कहा। कार्यक्रम का संचालन डॉ मुकेश श्रीवास्तव व राकेश श्रीवास्तव ने किया।

इस दौरान अनाज बैंक के डिप्टी चेयरमैन ज्ञान प्रकाश, मुस्लिम धर्मगुरु अफसर बाबा, हिन्दू-मुस्लिम संवाद केंद्र के समन्वयक शहाबुद्दीन जोसफ, जौनपुर के जिला चेयरमैन नौशाद, अनाज बैंक के महाप्रबंधक अजय सिंह, विजय सिंह, जितेंद्र श्रीवास्तव, राम प्रकाश गुप्ता, अनिल जी, रामदुलार बिंद, नंद नारायण मोदनवाल, अभय त्रिपाठी, राम दुलार बिंद, पीर मोहम्मद, गुरुद्वारा कमेटी के महेंद्र सिंह आदि सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

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