अहरौरा, मिर्जापुर।
श्री राम हरे राम, राम राम हरे हरे…, हरे कृष्णा कृष्णा हरे हरे…., जय जगन्नाथ स्वामी जय जगन्नाथ, ठाकुरजी की जय….की मधुर स्वर लहरियों से पूरा अहरौरा नगर गूंज उठा। बैंड-बाजे, डीजे पर प्रभु भक्ति में सैकड़ो की भीड़ झूम उठीं। मंगलवार को एक दिवसीय ऐतिहासिक भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा सत्यानगंज में स्थित राधा कृष्ण मंदिर (स्थल) अहरौरा से शाम 5 बजे रथयात्रा का शुभारंभ हुआ। सुसज्जित रथ में विराजमान भगवान श्री जगन्नाथ के दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
नंगे पांव भगवान की रथ को खींच कर भक्तों ने पुण्य कमाया। रथयात्रा में भजनों की धुन पर श्रद्धालु खूब थिरके। इस ऐतिहासिक पल को लोगों ने अपने कैमरों में भी कैद किया। रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, माता सुभद्रा और बलभद्र का भव्य मिलन देख लोग भावविभोर हो उठे। रथ यात्रा से पूर्व राधा कृष्ण मंदिर (स्थल) में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा, भाई बलभद्र की विधिवत पूजा-अर्चना पुजारी अमरेश चन्द्र पाण्डेय द्वारा की गई।
इसके बाद भगवान रथ में सवार होकर पुष्पों से सुशोभित रथ पर भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा, भाई, बलभद्र के साथ दिव्य स्वरूप में विराजमान होकर रथयात्रा सत्यानगंज से प्रारंभ होकर नई बाजार अस्पताल से होते हुए कसरहट्टी बाजार, चौक बाजार, तकिया, टिकरा खड़ंजा, सम्मेत्तर से रात्रि दस बजे रामसागर पोखरा पट्टीकला पर पहुचेंगे। जहां पर भगवान जगन्नाथ की भव्य आरती की गई।
इसके बाद भगवान जगन्नाथ का रथ पुनः उसी रास्ते होते हुए रात्रि लगभग 12 बजे मंदिर परिसर लौटा। इस दौरान राजकुमार अग्रहरि, विजय वैद्य, सुरेश जायसवाल, अशोक अग्रहरि, पारस केसरी, बंशीधर अग्रहरि, सुनील अग्रहरि, रवि मोदनवाल, विजय वर्मा, सभासद, कुमार आनंद वकील कुमार सैकड़ो भक्तगण रहें। अहरौरा पुलिस प्रशासन द्वारा बेहतर सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी।