0 2023-24 में पूरे हो जाएंएगे पर्यटन/पौराणिक स्थलों के विकास कार्य, जनपद में आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों में वृद्धि होगी: अनुप्रिया पटेल
मीरजापुर।
केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री एवं जनपद की लोकप्रिय सांसद श्रीमती अनुप्रिया पटेल के विशेष प्रयास से मीरजापुर के महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विरासतों, पौराणिक स्थलों एवं पर्यटन स्थलों का सौंदर्यीकरण एवं आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं के लिए सुविधा केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
इन कार्यों के पूरा होने के बाद इन पर्यटन स्थलों की तस्वीर बदल जाएगी। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने इन योजनाओं को सैंद्धांतिक सहमति देते हुए 2023-24 की कार्ययोजना में इन्हें सम्मिलित करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने मीरजापुर जनपद के पर्यटन, पौराणिक व ऐतिहासिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की सुविधाओं हेतु विकास कार्यों के लिए 23 मई 2023 को उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह को पत्र लिखकर पत्र लिखा था। केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल के अनुरोध पर पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह ने इन विकास कार्यों की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
इन ऐतिहासिक स्थलों पर होगा विकास कार्य:
1.चुनार किले के पर्यटन का विकास कार्य हेतु 200 लाख,
2.विढ़म फॉल के पर्यटन का विकास कार्य हेतु 200 लाख
3.मीरजापुर में स्थित न्याय पंचायत ग्राम विरोही के समीप पहाड़ी पर स्थित मां नन्दजा देवी मंदिर के सौंदर्यीकरण, पर्यटन विकास एवं अवस्थापना सुविधाओं के सृजन कार्य हेतु 200 लाख
4.मीरजापुर के ग्राम खड़ेगरा, भुइली खास स्थित प्राचीन शीतला माता मंदिर के पर्यटन विकास कार्य हेतु 200 लाख
5.विधानसभा चुनार के बैकुण्ठ महादेव स्थल, नरायनपुर के पर्यटन विकास कार्य हेतु 200 लाख
6.सिटी ब्लॉक में हनुमान मंदिर, ग्राम चिंदलिख गहरवार के सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास कार्य हेतु 200 लाख
7.ग्राम नेगुरा (रिबई सिंह) में स्थित पौराणिक एवं ऐतिहासिक शंकर जी मंदिर के पर्यटन विकास कार्य हेतु 200 लाख
8.मीरजापुर के पर्यटन स्थलों हेतु साईनेज की स्थापना हेतु 500 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई है।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल का कहना है कि इन ऐतिहासिक स्थलों के सौंदर्यीकरण एवं आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं के लिए होने वाले विकास कार्य जल्द ही पूर्ण कर लिए जाएंगे। इन विकास कार्यों के पूरा होने से जनपद में आने वाले पर्यटकों व श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी एवं जनपद के राजस्व में भी वृद्धि होगी।