0 सुबह 11 बजे हुई नगर की साफ-सफाई
अहरौरा, मिर्जापुर।
नगर पालिका परिषद के दैनिक सफाई कर्मचारियों ने वेतन न कटने को लेकर रविवार को हड़ताल पर चले गए।
इस दौरान नगर परिषद अध्यक्ष ओमप्रकाश केशरी व ईओ रामदुलार यादव द्वारा सफाई कर्मियों को समझाने की कोशिश करते नजर आए। लेकिन वे सभी अपनी मांगों को लेकर डटे रहे। वहीं, साफ-सफाई कर्मियों का कहना है कि जब तक हमारी मांग नगर पालिका नहीं मानती है।
तब तक नगर की साफ-सफाई नही करेंगे। नाराज दैनिक सफाई कर्मचारियों का कहना है कि नगर पालिका के अधिकारी हर बार मजदूरों के वेतन में बढ़ोतरी करने का आश्वासन देते हैं। कर्मचारियों ने दैनिक मजदूरी में बढ़ोतरी ना करने की वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया है। और वेतन 30 दिन काम करते हैं तो 28 दिन की वेतन मिलती हैं।
यही नही अब 26 दिन का वेतन मिलने वाला था इसलिये हम लोग साफ सफाई बन्द करके हड़ताल पर चले गए। वही नगर में साफ-सफाई न होने से नगर की दशा बनी बदतर, जगह जगह दिखे कूड़े की अम्बार, नागरिक हो गए थे परेशान, इओ और चेयरमैन के घंटो मसक्कत के बाद सफाई कर्मी मान गए और 11 बजे शुरू कर नगर की साफ-सफाई को कराया प्रारंभ।
हड़ताली कर्मचारियों ने बताया कि कुछ सफाई कर्मियों को स्थाई कर दिया गया है। लेकिन सालों से हमलोग काम कर रहे हैं लेकिन हम सभी को स्थाई नहीं किया जा रहा है। हमलोग सर्दी, गर्मी और बरसात में हर रोज काम करते हैं। नगर की गंदगी साफ करते हैं। लेकिन हमलोगों को न्याय नहीं मिल रहा है। महीने में 30 दिन काम लिया जाता है। लेकिन 28 दिन की ही मजदूरी दी जाती है। और अब 26 दिन की मजदूरी देने का विचार बन रहा था। जब तक नगर पालिका प्रशासन द्वारा हमारी वेतन 28 दिन की नही मिलेगा तबतक हमलोग हड़ताल पर रहेंगे।
इस संबंध में अधिशासी अधिकारी रामदुलार यादव ने बताया कि शासन से निर्देश आया था कि सफाई कर्मियों को 28 दिन का वेतन न देकर 26 दिन का वेतन दिया जाए। इस निर्देश पर आउटसोर्सिंग पर कुल 54 सफाई कर्मी, दिन रविवार की सुबह सफाईकर्मी, नगर की साफ सफाई बन्द कर हड़ताल पर चले गए। और बताया कि सभी सफाई कर्मियों को बुलाकर समझा गया कि जैसे पहले मिल रहा था आपलोगों को 28 दिन की वेतन उतने ही मिलेगा। और जितना कार्य करोगे उतना वेतन मिलेगा, ईओ की बात सुनते ही सभी सफाई कर्मी झूम उठे और नगर में निकल पड़े साफ-सफाई करने।