मिर्जापुर।
सोमवार,10 जुलाई को राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में सात दिवसीय ‘‘व्यक्तित्व विकास एवं व्यावहारिक कौशल प्रशिक्षण की कार्यशाला’’ का उदघाट्न किया गया। कार्यशाला में 100 प्रतिभागियों (छात्र-छात्राओं) ने प्रतिभाग किया और आने वाले दिवसों में प्रतिभागियों को साझात्कार कौशल, व्यक्तित्व विकास, व्यावहारिक कौशल पर 10 वक्ताओं को बुलाया जायेगा।
इस सत्र की अध्यक्षता आचार्य प्रभारी प्रो॰ विनोद कुमार मिश्र ने किया इस अवसर पर आचार्य प्रभारी ने छात्र जीवन में व्यक्तित्व के विकास एवं उपयोगिता पर चर्चा करते हुए छात्र को अपने जीवन में व्यावहारिक कौशलता को अपनाने तथा सदैव मुस्कुराहट बिखेरने की सलाह देते हुए अपने व्यक्तित्व पर ध्यान देने की बात की।
मुख्य अतिथि प्रो० आर० के० मल्ल, संकाय प्रमुख, आई० ई० एस० डी०ए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने छात्रो को अपने जीवन में किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति की जीवनशैली को देखकर, समझकर, उनके व्यक्तित्व को पहचान कर उनकी अच्छी चीजो को आत्मसात करने की सलाह दी तथा आज के जीवन में उसकी उपयोगिता पर विशेष ध्यान देने पर प्रकाश डाला।
इस सत्र में प्रो॰ अनुराग दवे, जर्नलिज्म एण्ड मास कम्युनिकेशन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, विशिष्ट अतिथी ने कम्युनिकेशन स्किल सत्र में व्यक्तित्व विकास में संचार के उपयोगिता तथा जीवन में संचार के विभिन्न आयामो को छुने के लिए छात्रो को प्रोत्साहित करने के साथ उनको अपनी कमीयों को पहचान कर उसे सुधारने के कार्य हेतु प्रेरित किया।
सत्र के द्वितीय विशिष्ट अतिथि डा० (कैप्टन) आनंद गोपाल बन्दोपाध्याय, सलाहकार, राजीव गांधी दक्षिणी परिसर ने छात्रों को अपने व्यक्तित्व विकास में स्वामी विवेकानन्द तथा श्री रामकृष्ण परमंहस द्वारा दिये गये उपदेशों को आदर्श रूप में सहेजकर, पहचानकर अपने जीवन में संगठित रूप से अपनाकर आगे बढ़़कर व्यक्तित्व को नये आयाम पर ले जाने हेतु प्रयास करने का आग्रह किया। इस कार्यशाला के उदद्याटन सत्र में कार्यक्रम संयोजक डा० मनोज कुमार मिश्रा ने अतिथीयों का स्वागत किया, उन्होंने कार्यशाला की रूपरेखा रखी तथा कार्यक्रम की उपयोगीता तथा विशेषता पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का संचालन कार्यशाला की समनव्यक डा० रजनी श्रीवास्तव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन कार्यशाला के समनव्यक डा० कौस्तव चटर्जी ने दिया। इस अवसर पर मुख्य परिसर से डा० विरेन्द्र कुमार मिश्रा एवं पी०सी० अभिलाष सहित राजीव गांधी दक्षिणी परिसर के शिक्षकगण एवं शैक्षणिक, गैर-शैक्षणिक कर्मचारीगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।