विंध्याचल में रेहरा और पटेगरा नाला नामक रेलवे पुल, समानांतर अतिरिक्त मार्ग खोल कर किए जाएंगे चौड़े
*महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे ने इस कार्य को प्राथमिकता पर पूरा करने के लिए किया मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश से संपर्क*
*इन मार्गों के खुलने से मां विंध्यवासिनी धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को होगी सहूलियत*
ज्ञात हो कि, विंध्याचल रेलवे स्टेशन के पास रेहरा और पटेगरा नाला नामक रेलवे पुल हैं। ये पुल क्रमशः विध्याचल रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर और पश्चिमी छोर पर स्थित हैं। इन पुलों का मूल निर्माण संतुलन पुलिया के रूप में रेलवे मार्ग के दोनों तरफ जल के आवागमन केलिए किया गया था ताकि, दोनो तरफ जल स्तर को बराबर रह सके। समय के साथ जनसंख्या में वृद्धि हुई और जनता ने इनका उपयोग आवागमन के लिए करना शुरू कर दिया और राज्य सरकार ने इनके माध्यम से सड़क का निर्माण भी करा दिया गया था और माँ विंध्यवासिनी देवी के पवित्र धाम को जाने वाले भक्त इन रास्तों का उपयोग करते हैं। भक्तों की सुविधा और आराम के लिए इन्हें चौड़ा करने की आवश्यकता महसूस की जा रही थी और इसको ध्यान में रखते हुए रेलवे और राज्य पी ड्बलू डी ने संयुक्त रूप से इसकी जांच की। इस जांच में यह पाया गया कि इन रेलवे पुलों के निकट रेलवे तटबंध के आर-पार अतिरिक्त मार्ग का निर्माण किया जा सकता है। इससे इन पुलों से गुजरने वाली सड़कों को चौड़ा करने में मदद मिलेगी।
इस संबंध में मीरजापुर जिला प्रशासन द्वारा योजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मीरजापुर तथा विंध्याचल के निवासियों तथा माँ विंध्यवासिनी के भक्तों व श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते इस, इस चौड़ीकरण में तेजी लाने के लिए, स्वयं महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री सतीश कुमार द्वारा मुख्य सचिव/उत्तर प्रदेश सरकार और प्रमुख सचिव/पीडब्ल्यूडी/यूपी के स्तर पर इस विषय को गंभीरतापूर्वक उठा कर विषय की प्रासंगिकता के बारे में अवगत कराया गया।
महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे श्री सतीश कुमार के इस प्रयास से, राज्य सरकार से शीघ्र ही जमा आधार पर एक प्रस्ताव आने की उम्मीद है। इसी क्रम में रेलवे अपने हिस्से में काम को तेजी से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस कार्य से मार्ग का विलय राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित की जा रही मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर परियोजना के साथ भी हो जाएगा और रेलवे और राज्य सरकार के उत्तम तालमेल से, न केवल रेलवे उपयोगकर्ताओं बल्कि विंध्याचल के भक्तों और आम लोगों को सर्वोत्तम संभव सुविधाएं मिल सकेंगी