0 केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने उत्तर प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्री अतुल गर्ग को लिखा पत्र
0 उत्तर प्रदेश सरकार प्रस्ताव पूरा करके एफएसएसएआई को भेजे पत्र: अनुप्रिया पटेल
विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्जापुर।
खाने की मिलावट को रोकने के लिए जनपदवासियों को आने वाले समय में चलता फिरता फूड टेस्टिंग लैबोरेट्री का तोहफा मिलेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने इस बाबत उत्तर प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्री अतुल गर्ग को पत्र लिखकर अनुरोध की हैं कि मिर्जापुर जनपद को खाद्य सुरक्षा के लिए मोबाइल लैब उपलब्ध कराने के लिए पूर्ण प्रस्ताव तैयार करके फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्डस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) को अति शीघ्र भेजवा दें।
केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने पत्र में लिखा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्डस अथॉरिटी ऑफ इंडिया(एफएसएसएआई) आता है। एफएसएसएआई द्वारा केंद्रीय स्तर पर खाद्य सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए मोबाइल फूड टेस्टिंग लेबोरेट्रीज उपलब्ध करायी जा रही है। केंद्रीय मंत्री ने इसी स्कीम के तहत मिर्जापुर जनपद में मोबाइल लैब उपलब्ध कराने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से पूर्ण प्रपोजल एफएसएसएआई को भेजने का अनुरोध की हैं। ताकि जनपदवासियों को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिल सके और उनके स्वास्थ्य की देखरेख हो सके।
ऐसा होता है मोबाइल लैब:
मोबाइल लैबोरेटरी में विशेष प्रकार का ई-मैट डिजिटल मिल्क एनालाइजर है, जो मात्र 37 सेकेंड में बता देगा कि दूध शुद्ध है या इसमें किसी तरह का मिलावट किया गया है। इस मशीन में कई ऐसी तकनीक है, जो केमिकल की मदद से कई और खाद्य पदार्थों की जांच कर सकता है।
इसके जरिए दूध के अलावा देशी घी, पनीर, खोया, तेल, चावल, दाल, बेसन, हींग, हल्दी, पानी की गुणवत्ता इत्यादि की जांच की जा सकती है। साथ ही फलों के जूस में शुगर स्तर की भी जांच की जा सकेगी।