खेत-खलियान और किसान

किसानों की उपेक्षा करने वाले अधिकारियों पर होगी कड़ी कार्यवाही; कृषको द्वारा प्राप्त शिकायतो का प्राथमिकता पर करे निस्तारण- जिलाधिकारी दिव्या मित्तल 

0 बिना रोस्टर के बाण सागर से पानी चलाये जाने पर समिति गठित कर जांच के दिये निर्देश

मीरजापुर। 

किसानो द्वारा सिचाई से सम्बन्धित प्राप्त शिकायतो के निस्तारण एवं सिचाई सुविधा मुहैया कराने के दृष्टिगत जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने आज कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस सहित सिचाई प्रखण्ड के सभी अधिकारियों व किसान एसोशिएशन के पदाधिकारी व कृषको के साथ बैठक कर एक दूसरे की समस्याओं को सुनते हुये निराकरण कराने का निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिया।

कृषको द्वारा बाण सागर से बिना किसी रोस्टर व जिलाधिकारी के अनुमति लिये बिना बाण सागर के मेजा डैम से प्रयागराज को भेजे जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, उप निदेशक कृषि, अधिशासी अभियन्ता एम0सी0डी0 की संयुक्त टीम बनाकर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।

बताया गया कि बिना किसी के मांग व किसी के बिना अनुमति के 01 जुलाई 07 जुलाई 2023 तक पानी प्रयागराज को भेजा गया जिसके कारण से मेजा डैम का जलस्तर मानक से कम होने के कारण मीरजापुर के किसानो को पानी मिलने में दिक्कत हो रही हैं। जिलाधिकारी अधिशासी अभियन्ता बाण सागर को निर्देशित करते हुये कहा कि नहरो के संचालन के पूर्व रोस्टर बनाकर मुख्य विकास अधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी के अनुमति के बाद ही नहरो का संचालन किया जायेगा।

धनरौल बन्धा के संचालन के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने बताया कि मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में जनपद सोनभद्र के जिलाधिकारी व सिचाई विभाग के अधिकारियेां के साथ बैठक के उपरान्त संज्ञान में आया कि धनरौल बन्धा सोनभद्र में वर्तमान लगाये गये ट्रांसफार्मर के उच्चीकरण करते हुये अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर की आवश्यकता हैं जिसको लगवाने के लिये बजट की मांग जिलाधिकारी सोनभद्र के द्वारा शासन को पत्राचार किया जा चुका हैं।

बैठक में किसानो के द्वारा बताया गया कि जनपद में 38 लिफ्ट कैनाल है जिसमें 05-06 कैनाल लो वोल्टेज के कारण पूरी क्षमता से नही चल पा रहे, इसके संचालन के लिये पूर्व में भी चुनार को स्वतंत्र फीडर बनाने की मांग की गयी थी यदि इस पर कार्यवाही की जाये तो कई गांव के किसानों के फसलो को सिचाई की सुविधा मिल सकती हैं। जिलाधिकारी अधिशासी अभियन्ता विद्युत को जांच कर स्टीमेट बनाकर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।

इसी प्रकार जमेथुआ बन्धी जीर्णोद्धार के लिये जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश अधिशासी अभिन्यता लघु डाल को दिया गया। मूसा खाड़ कैनाल नरायनपुर के क्षमता को भी बढ़ाने की मांग की गयी। लालगंज, हलिया से आये कृषको के द्वारा क्षेत्र को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग की गयी।

जिलाधिकारी ने राजकीय नलकूपो को सुचारू ढंग से संचालन के लिये अधिशासी अभियन्ता राजकीय नलकूप व अधिशासी अभियन्ता विद्युत को निर्देशित करते हुये कहा कि समय-समय पर राजकीय नलकूपो का निरीक्षण करते रहे ताकि विद्युत या यांत्रिक दोष को तत्काल दूर किया जा सकें।

जिलाधिकारी ने सिचाई प्रखण्ड के सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि यह सुनिश्चित करे कि किसानों को धान की रोपाई के लिये पानी मुहैया हो सकें। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, उप निदेशक कृषि, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अधिशासी अभियन्ता सिचाई, विद्युत, लघु डाल, जरगो एवं मूसा खाड़ प्रखण्ड सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

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